प्रोजेक्टों में 108687 लाख यूनिट विद्युत उत्पादन

जागरण संवाददाता मंडी भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड (बीबीएमबी) ने बिजली उत्पादन का सालाना तय लक्ष्य मा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 08:35 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 08:35 PM (IST)
प्रोजेक्टों में 108687 लाख यूनिट विद्युत उत्पादन
प्रोजेक्टों में 108687 लाख यूनिट विद्युत उत्पादन

जागरण संवाददाता, मंडी : भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड (बीबीएमबी) ने बिजली उत्पादन का सालाना तय लक्ष्य माह पहले ही हासिल कर लिया है, राज्य विद्युत परिषद के प्रोजेक्ट इस मामले में पिछड़ गए हैं। परिषद के प्रोजेक्टों पर सूखे की मार पड़ी है। मौसम अगर जल्द अनुकूल नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में परिषद की दिक्कतें और बढ़ सकती हैं। इससे सालाना बिजली उत्पादन के तय लक्ष्य तक पहुंचना परिषद के लिए पहाड़ जैसी चुनौती होगा।

केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग ने बीबीएमबी को वित्त वर्ष 2020-21 में भाखड़ा, पौंग, डैहर, कोटला व गंगूवाल पनविद्युत प्रोजेक्ट में 96000 लाख यूनिट बिजली उत्पादन का लक्ष्य दिया था। बीबीएमबी ने फरवरी में ही तय लक्ष्य को पार करते हुए 108687 लाख यूनिट बिजली उत्पादन कर लिया है, जो 12687 लाख यूनिट अधिक है। अभी इस वित्त वर्ष का एक माह बाकी है। राज्य विद्युत परिषद को आयोग की तरफ से 2018.37 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन का लक्ष्य मिला है। फरवरी तक परिषद के प्रोजेक्टों में 1893.42 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन हुआ है। तय लक्ष्य पूरा करने के लिए परिषद को मार्च तक 124.95 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन करना होगा, जबकि मार्च का तय लक्ष्य 94.02 मिलियन यूनिट है। फरवरी में परिषद को 72.68 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन का लक्ष्य मिला था। इस दौरान परिषद के 23 से 22 पनविद्युत प्रोजेक्टों में 49.55 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन हुआ है, जो कि तय लक्ष्य से 23.13 मिलियन यूनिट कम है।

------------

परिषद के प्रोजेक्टों में कहां, कितना बिजली उत्पादन

संजय विद्युत परियोजना भावानगर में 14.71, गानवी में 1.5075 मिलियन यूनिट, नोगली में 0.180, चाबा में 0.198, गिरी में 5.629 मिलियन यूनिट उत्पादन दर्ज किया गया है। आंध्रा परियोजना में 0.978 मिलियन यूनिट, गुम्मा 0.013, बस्सी में 4.237, बिनवा में 0.960, गज में 1.302, बनेर में 1.262, खोली परियोजना में 1.637, लारजी में 14.848 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन रिकॉर्ड किया गया है। भावा आगुर्मेटेशन में 0.128 मिलियन यूनिट, रुकती में 0.132, होली 0.101,भूरि सिंह चंबा में 0.077, थिरोट 0.572, बिलिग 0.056, लिगथी 0.059, रोंगटोंग 0.039 और गानवी द्वितीय में 0.925 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन हुआ।

---------

सूखे के कारण नदी-नालों में पानी की आवक कम हो गई है। इसका असर बिजली उत्पादन पर भी पड़ा है। फरवरी में इसी वजह से बिजली उत्पादन का तय लक्ष्य हासिल नहीं कर पाए।

-भूपेश उप्पल, मुख्य अभियंता (उत्पादन) सुंदरनगर।

chat bot
आपका साथी