National Bird Day 2019: संरक्षण से मिला बसेरा, सुनाई देने लगी सुरीली चहचहाहट

National Bird Day 2019 ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में 183 पक्षियों की प्रजातियां 50 प्रजातियां सुरीली आवाज के लिए पहचानी जातीं है।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Tue, 12 Nov 2019 09:01 AM (IST) Updated:Tue, 12 Nov 2019 09:01 AM (IST)
National Bird Day 2019: संरक्षण से मिला बसेरा, सुनाई देने लगी सुरीली चहचहाहट
National Bird Day 2019: संरक्षण से मिला बसेरा, सुनाई देने लगी सुरीली चहचहाहट

कुल्लू, मुकेश मेहरा। बढ़ रहे शहरीकरण में अब पक्षियों की चहचहाहट सुनना उतना ही दुर्लभ है, जितना कि ये कुदरत के अलार्म हो गए हैं। ऐसा नहीं है कि यहां पक्षी बिल्कुल ही खत्म हो गए हैं, जो हैं उनकी आवाज गाड़ियों के शोर में सुनाई नहीं देती। ऐसे में दुर्लभ पक्षियों की चहचहाहट सुनने की चाह रखने वालों को ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क कुल्लू का रुख करना चाहिए। आधुनिकीकरण में गुम हो रही ये मधुर आवाजें पार्क में संरक्षित हो रही हैं। संरक्षण का नतीजा यह हुआ कि यहां मिलने वाली 183 पक्षियों की प्रजातियों में से 50 ऐसी हैं, जो अपनी सुरीली चहचहाहट के लिए ही पहचानी जाती हैं। इसके अलावा देश और विदेश से भी करीब 50 पक्षियों की प्रजातियां यहां पहुंचती हैं।

1990 में बने ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में पशु-पक्षियों के संरक्षण व इनकी सुरक्षा के लिए सख्त नियम लागू हैं। इससे यहां पर जैव विविधता बढ़ने लगी। नतीजा रहा कि अब यहां 183 पक्षियों की प्रजातियां हैं। इनमें 50 पैसराइज (सुरीली आवाज वाले) और शेष अनपैसराइज प्रजातियां हैं। अधिकारियों की मानें तो नेशनल पार्क में विभिन्न स्थानों पर 30 के करीब सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। यहां आने वाले लोगों पर नजर रखी जाती है।

विभाग की टीम गश्त पर रहती है। यही कारण है कि यहां पर पक्षियों और अन्य जानवर बढ़ रहे हैं। पक्षियों की प्रजातियों को अलग-अलग श्रेणियों में बांटा गया है। इनमें स्नोर्वंंटग, ट्रीक्रीपयर्स, थ्रसिस, फ्लावर पैकेर्स, स्पाइकल, वेकटेल आदि हैं।  

400 पहुंची राज्य पक्षी की तादाद

ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में राज्य पक्षी जाजुराना 400 के करीब हो गए हैं। यहां जाजुराना का प्रजनन प्राकृतिक रूप से होता है। पार्क के जिन क्षेत्रों में यह पाया जाता है, उसके आस-पास किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है। इनका अपना एक निर्धारित क्षेत्र होता है, जिसमें यह विचरण करते हैं। यहां भी सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं ।  

ऑरेंज बुलफ्रिंच ने भी बनाया है घर पाकिस्तान के छितराल और गिलगित में पाई जाने वाली ईत्तु सी चिड़िया ऑरेंज बुलफ्रिंच भी नेशनल पार्क में अपना घर बना चुकी है। ऑरेंज बुलफ्रिंच चिड़िया की एक प्रजाति है। यह अब तक प्रदेश में केवल चार जगहों पर ही देखी गई है। 

ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में पक्षियों के संरक्षण पर विशेष ध्यान है। जाजुराना भी यहां बढ़ रहे हैं।

-अजीत ठाकुर, अरण्यपाल ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क।

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