प्रशासन की नई व्यवस्था से पार्षदों में रोष

संवाद सहयोगी, सुंदरनगर : राज्यस्तरीय नलवाड़ मेला एवं पारंपरिक देवता मेले के आयोजन में प्रशासन की नई व

By Edited By: Publish:Mon, 30 Mar 2015 06:26 PM (IST) Updated:Mon, 30 Mar 2015 06:26 PM (IST)
प्रशासन की नई व्यवस्था से पार्षदों में रोष

संवाद सहयोगी, सुंदरनगर : राज्यस्तरीय नलवाड़ मेला एवं पारंपरिक देवता मेले के आयोजन में प्रशासन की नई व्यवस्था से पार्षदों में रोष है। पार्षदों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री वीरभद्र सहित शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा व उपायुक्त संदीप कदम से करने का निर्णय लिया है। परंपरा के अनुसार मेले का आयोजन नगर परिषद के सहयोग से ही किया जाता रहा है। इसके अलावा मेले के आयोजन से जो भी राजस्व एकत्रित होता है, उसका 30 फीसद हिस्सा नगर परिषद को मिलता है, लेकिन इस बार मेले में नगर परिषद की भागीदारी नाममात्र की रही। प्रशासन ने नगर परिषद को कोई तवच्जो नहीं दी और न ही नगर परिषद का हिस्सा दिया गया। नगर परिषद उपाध्यक्ष नरेश सेन ने बताया कि प्रशासन की इस कार्यप्रणाली से पार्षदों में रोष है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन का रवैया मनमानी वाला रहा। मनमर्जी से नई परंपराएं शुरू की गई, जो उचित नहीं है। उन्होंने उपायुक्त संदीप कदम से मांग की है कि कुल्लू दशहरा की तर्ज पर मेले के आयोजन का 30 फीसद हिस्सा नगर परिषद को दिया जाए। नगर परिषद उपाध्यक्ष नरेश सेन का आरोप है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में भी नगर परिषद पार्षदों की अनदेखी की गई थी। उन्हें मंच पर सम्मानित नहीं किया गया था।

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