सीडी अनुपात में सुधार लाएं बैंक

संवाद सहयोगी कुल्लू निकासी-जमा (क्रेडिट-डिपोजिट) अनुपात का कम होना चिता की बात है और

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 06:01 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 05:18 AM (IST)
सीडी अनुपात में सुधार लाएं बैंक
सीडी अनुपात में सुधार लाएं बैंक

संवाद सहयोगी, कुल्लू : निकासी-जमा (क्रेडिट-डिपोजिट) अनुपात का कम होना चिता की बात है और सभी बैंकों को विशष ध्यान देने की आवश्यकता है। यह बात उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा ने शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में आयोजित जिलास्तरीय आरसेटी सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है और इसमें बैंकों को तय जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सीडी अनुपात जिला में वर्तमान में करीब 42 फीसद है जो जो राष्ट्रीय पैरामीटर से काफी कम है। कुछ बैंकों का अनुपात 25 फीसद से भी कम है।

राज्य प्रायोजित योजनाओं जैसे लघु व मध्यम उद्योग योजना, मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना तथा प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी कार्यक्रम के आवेदनों के निपटारे में तेजी लाई जानी चाहिए। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए किसानों-बागवानों को सुलभ ऋण उपलब्ध करवाए जाने चाहिए। पंजाब नेशनल बैंक के सर्कल प्रमुख वीके मुंजाल ने कहा कि बैंकों ने कृषि क्षेत्र में 945.41 करोड़, लघु व मध्यम उद्योगों के लिए 757 करोड़, आवास क्षेत्र में 336 करोड, शिक्षा के लिए 22 करोड़ ऋण उपलब्ध करवाए हैं। उन्होंने बताया कि बैंकों में बीती तिमाही यानि 30 जून 2020 तक कुल जमा 6960.18 करोड़ जबकि ऋण वितरण की स्थिति 2903 करोड़ रुपये की है।

डीडीएम नाबार्ड ऋषभ ठाकुर ने बताया कि नाबार्ड ने क्षेत्र विशेष योजनाएं तैयार की हैं जिनमें मछली उत्पादन में रेनबो ट्राउट तथा दुग्धोत्पादन में डेरी विकास को बैंक शाखाओं को आवंटित किया गया है। जिला अग्रणी प्रबंधक पामा छेरिग ने कहा कि दलाश में शाखा खोलने का सर्वेक्षण किया जाए। बैठक में परियोजना अधिकारी डीआरडीए सुरजीत ठाकुर व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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