अंग्रेजों की पटरी पर दुनिया देखेगी भारत की धमक, बर्फ से लकदक पहाड़ों के बीच सैर करवाएगी विस्टाडोम ट्रेन
विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक के गौरव में अब एक और पन्ना जुडऩे जा रहा है। अंग्रेजों के बनाए इस ट्रैक पर अब दुनिया भारत की धमक देखेगी।
सोलन, सुनील शर्मा। विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक के गौरव में अब एक और पन्ना जुडऩे जा रहा है। अंग्रेजों के बनाए इस ट्रैक पर अब दुनिया भारत की धमक देखेगी। भारतीय रेलवे इस मार्ग पर भारतीय इंजीनियरों द्वारा बनाए पारदर्शी कोच (विस्टाडोम) को चलाने जा रही है। भारतीय रेलवे ने एक साल के लिए क्रिसमस और न्यू ईयर के मद्दनेजर 25 दिसंबर से होली-डे स्पेशल विस्टाडोम ट्वाय ट्रेन को मंजूरी दी है।
होली-डे स्पेशल विस्टाडोम में खास
सात डिब्बे होंगे विस्टाडोम ट्रेन में। 15 सीटें स्थापित होंगी एक डिब्बे में। 24 दिसंबर 2020 तक चलाने को हरी झंडी। डिब्बे में लगाई गई सभी सीटें रिवॉल्विंग एसी की सुविधा होगी। वेस्टर्न टॉयलेट की सुविधा होगी, जो पहले नहीं थी। मोबाइल फोन व लेपटॉप चार्जिंग की सुविधा। सभी डिब्बों की तीन दिशाएं पारदर्शी होंगी पहाड़ों को बहुत करीब से महसूस किया जा सकेगा।कालका शिमला रेललाइन
1903 में कालका-शिमला रेल लाइन शुरू हुई थी।
103 सुरंगें हैं जो कई इतिहास समेटे हैं।
कब-कब चलेगी विस्टाडोम
इस बार विस्टाडोम को लगातार एक साल के लिए चलाया जाएगा। यह गाड़ी बहुत पहले तैयार कर ली गई थी, अब इसे चलाने की अनुमति हेडक्वार्टर से मिल गई है। यह गाड़ी पर्यटकों को हिमाचल की वादियों की सैर करवाएगी। -पूर्ण सिंह, स्टेशन अधीक्षक, कालका रेलवे स्टेशन।