पादरी पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप, लाॅकडाउन में घर पर करवाई सभाएं; पुलिस ने किया मामला दर्ज

शमशी गांव में रहने वाले पादरी पर उसके पड़ोस में रहने वाले लोगों ने कथित रूप से धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Tue, 02 Jun 2020 01:46 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 01:46 PM (IST)
पादरी पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप, लाॅकडाउन में घर पर करवाई सभाएं; पुलिस ने किया मामला दर्ज
पादरी पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप, लाॅकडाउन में घर पर करवाई सभाएं; पुलिस ने किया मामला दर्ज

कुल्लू, जेएनएन। जिला कुल्लू के शमशी गांव में रहने वाले पादरी पर उसके पड़ोस में रहने वाले लोगों ने कथित रूप से धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया है। शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी के मुताबिक स्थानीय निवासी देवेंद्र सिंह चौधरी और उनके पड़ोस में रहने वाली 20 वर्षीय युवती ने भुंतर पुलिस थाना में इससे संबंधित लिखित शिकायत की है।

उनका आरोप है कि पादरी अपने घर पर लाॅकडाउन के बीच इसाई धर्म से संबंधित प्रार्थना सभाएं आयोजित करता रहा है, जबकि लाॅकडाउन में इस प्रकार के किसी भी समूह के एकत्रित होने पर प्रतिबंध था। शनिवार 30 मई को उसकी बच्ची ने पड़ोस के बच्चों से झगड़ा किया व अपशब्द भी कहे। बच्चों ने परिवार के सदस्यों को सूचित किया तो उन्होंने पुलिस को शिकायत दी।

युवती का आरोप है कि जनवरी में पादरी ने उसे धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया। युवती की माता बबिता का कहना है कि बच्चे कुछ समय पूर्व उनके घर पर आते थे और घर पर लगे हिन्दू देवी-देवताओं के कैलेंडरों और मूर्तियों को अपशब्द कहते थे, जिसके चलते उसने उन्हें घर पर न आने के लिए कहा था।

देवेंद्र सिंह चौधरी का आरोप है कि लॉकडाउन के दौरान भी आरोपित पादरी के पास लगातार भीड़ जुटती रही है, जिससे शारीरिक दूरी के नियम की भी धज्जियां उड़ीं। शिकायतकर्ताओं ने आरोपित पादरी की संदिग्ध पृष्ठिभूमि की जांच की मांग की है, साथ ही उसके द्वारा सामाजिक विद्वेष फैलाने के आरोप में कार्रवाई की मांग की है।

पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह का कहना है शिकायत पत्र आया है इसमें पूछताछ की जा रही है। यह मामला बच्चों के झगड़े का है। शिकायतकर्ता के आरोप के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है।

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