घृतमंडल पर्व: श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में चंडीगढ़ के श्रद्धालु ने दान किया 15 क्‍िवंटल घी, तैयार होगा मक्‍खन

Bajreshwari Temple मकर संक्रांति पर होने वाले घृत पर्व के लिए श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में मंगलवार तक छह क्विंटल मक्खन तैयार कर लिया गया है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Wed, 08 Jan 2020 09:42 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jan 2020 09:42 AM (IST)
घृतमंडल पर्व: श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में चंडीगढ़ के श्रद्धालु ने दान किया 15 क्‍िवंटल घी, तैयार होगा मक्‍खन
घृतमंडल पर्व: श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में चंडीगढ़ के श्रद्धालु ने दान किया 15 क्‍िवंटल घी, तैयार होगा मक्‍खन

कांगड़ा, जेएनएन। मकर संक्रांति पर होने वाले घृत पर्व के लिए श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में मंगलवार तक छह क्विंटल मक्खन तैयार कर लिया गया है। मंगलवार तक ही मंदिर प्रशासन के पास करीब 10 क्विंटल से अधिक देसी घी पहुंच चुका है। आयोजन के लिए अभी आठ दिन शेष हैं। घृत पर्व के लिए मंदिर प्रशासन के पास करीब 15 से 17 क्विंटल देसी घी पहुंचता है।

पुजारियों का कहना है कि इस बार चालीस क्विंटल से ज्यादा घी दान में आ सकता है। पुजारी पंडित निशांत शर्मा ने बताया कि मक्खन बनाने की प्रक्रिया चार जनवरी को शुरू हो गई थी। बकौल निशांत, मक्खन बनाने का कार्य सुबह चार बजे ही शुरू करना पड़ रहा है। चंडीगढ़ के एक श्रद्धालु ने करीब 15 क्विंटल घी दान दिया है और ऐसे में 10 जनवरी तक 15 क्विंटल मक्खन तैयार कर लिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि पंडित संवेद शर्मा, पंडित मिथुन शर्मा, लोकेश शर्मा, शिवनंदन, आशीष, राघव, अजरुन, दिवाकर, नितिन, विशाल व पंडित सचिन मक्खन बनाने में जुटे हैं। उधर, मंदिर के सह आयुक्त एवं एसडीएम जतिन लाल ने बताया कि देसी घी दान देने के लिए मंदिर में अलग से काउंटर बनाया है। मक्खन बनाने का कार्य आसान नहीं है। पुजारियों को ब्रह्मचारी परंपरा के तहत मक्खन बनाना पड़ता है। पुजारियों को सबसे पहलेे नाखुन काटने पड़ते हैं और धरती पर सोना पड़ता है।

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