फार्मासिस्टों ने उठाया वित्तीय लाभ, पदोन्नति का मामला

जागरण संवाददाता, टांडा : जिला फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार से वित्तीय व लाभ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Mar 2018 11:37 PM (IST) Updated:Tue, 20 Mar 2018 11:37 PM (IST)
फार्मासिस्टों ने उठाया वित्तीय लाभ, पदोन्नति का मामला
फार्मासिस्टों ने उठाया वित्तीय लाभ, पदोन्नति का मामला

जागरण संवाददाता, टांडा : जिला फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार से वित्तीय व लाभ पदोन्नति का मामला उठाया। एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रधान हेम सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य मंत्री से पालमपुर में मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 51000 रुपये का चेक भेंट किया गया।

फार्मासिस्टों ने इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री से विभिन्न मांगें उठाई। विपिन परमार को बताया कि नए नियमित हुए फार्मासिस्टों को 11470 रुपये बेसिक पे मिलनी चाहिए थी, जबकि उन्हें 8110 रुपये मिल रही है। उन्होंने बताया कि 1 जनवरी 1993 को सीनियर फार्मासिस्ट के पद की अधिसूचना जारी हुई। पहली पदोन्नति एक जनवरी 1996 को हुई थी। इसके बाद हिमाचल में इस पद का कोई पता ही नहीं है। इस पद को बहाल किया जाए। यह भी मांग उठाई कि पंजाब की अधिसूचना के आधार पर इन्हें 4600 ग्रेड पे मिलनी चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि चीफ फार्मासिस्टों को पंजाब में ग्रेड वन चीफ फार्मासिस्ट बनाया गया है और ग्रेड पे 4800 है, जबकि हिमाचल में इन्हें सीनियर फार्मासिस्ट के बराबर 4600 ग्रेड पे ही दी जा रही है। जिला एसोसिएशन ने विपिन परमार को बताया कि दो साल से उनकी पदोन्नतियां नहीं हो रही हैं। जब भी मामला उठाया जाता है तो उनसे वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) मांग ली जाती है। उनका कहना है कि एसीआर देना अधिकारी वर्ग का काम है इसकी आड़ में उनकी पदोन्नति न रोकी जाए। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हेम सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री ने उनकी मांगों को ध्यानपूर्वक सुना व इन्हें पूरी करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर जिला एसोसिएशन महासचिव सुनील चौहान, कोषाध्यक्ष स्वर्ण, नीरजा कटोच, शकीला कटोच, रजनीश कुमार, जरिंद्र, भूपिंद्र, अनीता, सुदर्शना पटियाल समेत एसोसिएशन के अन्य सदस्य मौजूद थे।

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