कांगड़ा में निजी अस्पताल के आइसोलेशन में उपचाराधीन बुजुर्ग महिला मरीज की मौत, सही उपचार न मिलने का आरोप

कोरोना वासरस के मरीज की मौत के बाद आइसोलेशन में लिए गए बालाजी अस्पताल में पहले से दाखिल मरीजों की हालत भी बिगड़ती जा रही है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Thu, 26 Mar 2020 09:00 PM (IST) Updated:Fri, 27 Mar 2020 08:30 AM (IST)
कांगड़ा में निजी अस्पताल के आइसोलेशन में उपचाराधीन बुजुर्ग महिला मरीज की मौत, सही उपचार न मिलने का आरोप
कांगड़ा में निजी अस्पताल के आइसोलेशन में उपचाराधीन बुजुर्ग महिला मरीज की मौत, सही उपचार न मिलने का आरोप

कांगड़ा, जेएनएन। कोरोना वासरस के मरीज की मौत के बाद आइसोलेशन में लिए गए बालाजी अस्पताल में पहले से दाखिल मरीजों की हालत भी बिगड़ती जा रही है। आइसोलेशन के कारण अस्पताल के अंदर दाखिल मरीजों को सही स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही। उचित जिस्वास्थ्य सुविधा न मिल पाने के कारण अस्पताल के अंदर दाखिल एक वृद्ध महिला ने पिछले कल दम तोड़ दिया।

प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की अोर से अस्पताल को आइसोलेशन में लिए जाने के कारण अंदर दाखिल मरीजों को अब इलाज के लिए बाहर भी नही निकाला जा रहा है, जबकि न ही बाहरी डाॅक्टर मरीजों की जांच के लिए अंदर जा रहा है। बुधवार सुबह पिछले कुछ दिनों से बालाजी अस्पताल में दाखिल एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। पूरा अस्पताल आईसोलेशन में होने के कारण अंतिम समय में बुजुर्ग महिला के परिजन उनके साथ खड़े न हो पाए।

बुजुर्ग महिला के परिवार का कहना है बुजुर्ग महिला को किडनी की समस्या थी। बालाजी अस्पताल में महिला का उपचार चल रहा था। उन्होंने बताया सोमवार को महिला की तबीयत खराब हो गई, लेकिन इसी बीच कोरोना पीड़ित एक मरीज की मौत के बाद पूरे अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा आइसोलेशन में ले लिया गया। सोमवार से लेकर बुधवार तक सही इलाज न मिलने के कारण वृद्ध महिला ने बुधवार को दम तोड़ दिया। वृद्ध महिला के बेटे संजु वालिया ने बताया उनकी माता की हालत काफी खराब थी और प्रदेश स्वास्थ्य विभाग से अनुरोध करने पर भी उन्हें बाहर उपचार के लिए अन्य अस्पताल में नहीं भेजा गया।

उन्होंने बताया उनकी माता की मौत के बाद भी प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने शव को उनके हवाले करने के लिए लगभग 8 घंटे का समय लगा दिया, जिस कारण वह अंतिम संस्कार भी एक  दिन बाद वीरवार को कर पाए। उन्होंने बताया कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन किया गया है, जिससे बड़ी मुश्किल से अंतिम संस्कार के लिए भी अनुमति मिली। उन्होंने बताया दुख की इस घड़ी में उनके कई रिश्तेदार भी अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच पाए।

उन्होंने बताया बालाजी अस्पताल के अंदर ऐसे कई और मरीज हैं, जिनका स्वास्थ्य दिन प्रतिदिन बिगड़ रहा है। उन्हें तुरंत उपचार की जरूरत है। वही इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी गुरूदर्शन गुप्ता ने बताया निजी अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद है और स्थिति के अनुसार ही वह निर्णय ले रहे हैं। उन्होंने बताया उनकी टीम बेहतरी के लिए कार्य कर रही है।

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