मानव भारती विश्‍वविद्यालय से नियमित रूप से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए राहत की खबर, पढ़ें पूरा मामला

Manav Bharti University फर्जी डिग्री बेचने के आरोप में फंसे मानव भारती विश्वविद्यालय (एमबीयू) से नियमित व सही तरीके से पढ़ाई कर पास होने वाले विद्यार्थियों को राहत देने की तैयारी है। हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग ऐसे छात्रों की डिग्रियों की वेरिफिकेशन करेगा।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 07:32 AM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 07:32 AM (IST)
मानव भारती विश्‍वविद्यालय से नियमित रूप से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए राहत की खबर, पढ़ें पूरा मामला
एमबीयू से नियमित व सही तरीके से पढ़ाई कर पास होने वाले विद्यार्थियों को राहत देने की तैयारी है।

शिमला, जागरण संवाददाता। Manav Bharti University, फर्जी डिग्री बेचने के आरोप में फंसे मानव भारती विश्वविद्यालय (एमबीयू) से नियमित व सही तरीके से पढ़ाई कर पास होने वाले विद्यार्थियों को राहत देने की तैयारी है। हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग ऐसे छात्रों की डिग्रियों की वेरिफिकेशन करेगा। इसके लिए आयोग एक कमेटी गठित करने जा रहा है। इसमें शिक्षा विभाग के अलावा कुछ अन्य अधिकारियों को शामिल किया जाएगा। यह कमेटी ऐसे छात्रों की डिग्रियों की वेरिफिकेशन कर उसे सर्टिफाई करेगी कि उनकी डिग्री वैध है, ताकि छात्रों को निजी और सरकारी क्षेत्र में नौकरी के लिए कोई दिक्कत पेश न आए। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने  एक बैठक के दौरान स्वास्थ्य सचिव को भी निर्देश दिए थे कि इस विश्वविद्यालय से पास हुए नियमित विद्यार्थियों के लिए नई नीति बनाए, ताकि उनके भविष्य पर मंडरा रहे खतरे से उन्हें बचाया जा सके।  

छात्रों ने की थी राज्यपाल से मुलाकात

मानव भारती विश्वविद्यालय से डिग्री करने वाले कई छात्र राज्यपाल से मिले थे। छात्रों ने विश्वविद्यालय से नियमित पढ़ाई कर पास होने के बाद उनके साथ हो रही नाइंसाफी को रोकने के लिए नीति बनाने की मांग की थी। राज्यपाल ने उनकी बात सुनने के बाद अब प्रदेश सरकार से इस संबंध में कार्रवाई करने को कहा था। छात्रों ने विश्वविद्यालय की बदनामी की वजह से उनका रोजगार छिनने की भी शिकायत की थी।

36 हजार डिग्रियां फर्जी, मात्र पांच हजार सही

मानव भारती विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्री मामले की जांच के लिए सरकार ने एसआईटी गठित की है। अभी तक हजारों डिग्रियां फर्जी मिल चूकी है। करीब पांच हजार डिग्रियों को हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग ने सही भी बताया है।  

क्‍या कहते हैं अध्‍यक्ष

हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल (सेवानिवृत) अतुल कौशिक मानव भारतीय विश्वविद्यालय से नियमित व सही तरीके से पढ़ाई कर पास हुए छात्रों की डिग्रियों की वेरिफिकेशन होगी। इसके लिए जल्द ही एक कमेटी का गठन किया जा रहा है। कमेटी सभी डिग्रियों को वेरिफाई कर आगामी निर्णय लेगी।

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