हिमाचल में कोरोना काल के बीच 25 हजार विद्यार्थियों को नहीं मिला मिड-डे मील का राशन

Mid Day Meal कोरोना महामारी के बीच शिक्षा विभाग पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को घर पर जाकर मिड-डे मील का राशन पहुंचा रहा है। राशन के साथ कुकिंग कास्ट भी दी जा रही है। विभाग 25 हजार विद्यार्थियों को मिड-डे मील देना ही भूल गया।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Sun, 11 Oct 2020 03:30 PM (IST) Updated:Sun, 11 Oct 2020 03:30 PM (IST)
हिमाचल में कोरोना काल के बीच 25 हजार विद्यार्थियों को नहीं मिला मिड-डे मील का राशन
शिक्षा विभाग 25 हजार विद्यार्थियों को मिड-डे मील देना ही भूल गया है।

शिमला, जेएनएन। कोरोना महामारी के बीच शिक्षा विभाग पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को घर पर जाकर मिड-डे मील (एमडीएम) का राशन पहुंचा रहा है। राशन के साथ कुकिंग कास्ट भी दी जा रही है। वहीं,  दूसरी तरफ शिक्षा विभाग 3700 स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाओं के 25 हजार विद्यार्थियों को मिड-डे मील देना ही भूल गया है। एमडीएम के तहत बच्चों को दोपहर के खाने में क्या दिया जाएगा, इसका डाइट चार्ट ही तैयार नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बजट भाषण में घोषणा की थी कि प्री प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों को भी मिड-डे मील दिया जाएगा।

समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) के पास इस योजना के लिए 11 करोड़ का बजट भी है। पिछले सप्ताह शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में यह मुद्दा उठा था। शिक्षा मंत्री ने एसएसए और प्रारंभिक शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि इसके लिए जल्द ही प्रक्रिया शुरू की जाए। एसएसए ने डाइट चार्ट तैयार कर मंजूरी के लिए सरकार को भेज दिया है। सरकार की मंजूरी मिलने के बाद प्री प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों को मिड-डे मील के राशन का आवंटन शुरू कर दिया जाएगा।

100 व 150 ग्राम चावल मिलते हैं प्रतिदिन

एमडीएम योजना के तहत पहली से आठवीं कक्षा के लिए डाइट चार्ट बना हुआ है। पहली से पांचवीं के विद्यार्थियों को 100 ग्राम चावल और छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों को 150 ग्राम चावल प्रतिदिन मिलते हैं। सब्जी 60 ग्राम, दाल 30 ग्राम, घी पांच ग्राम, नमक तीन ग्राम, मसाला दो ग्राम, प्याज 10 ग्राम, ड्राई फ्रूट छह ग्राम प्रति विद्यार्थी दिया जाता है। प्री प्राइमरी कक्षाओं के लिए ताजे फल, ड्राई फ्रूट, दलिया और खिचड़ी को डाइट चार्ट में शामिल किया है।

जल्‍द दिया जाएगा राशन

राज्य परियोजना निदेशक, एसएसए आशीष कोहली का कहना है प्री प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों को जल्द ही मिड-डे मील का राशन दिया जाएगा। यदि स्कूल नहीं खुलते तो घरों तक राशन पहुंचाया जाएगा। सरकार को इसका प्रस्ताव भेजा गया है। डाइट चार्ट मंजूर होने के बाद इसका आवंटन शुरू कर दिया जाएगा।

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