हिमाचल के नए मुख्‍य सचिव अनिल खाची ने दी अफसरशाही को यह खास सलाह, पढ़ें खबर

Himachal Govt Chief Secretary वरिष्ठ आइएएस अधिकारी अनिल खाची हिमाचल के नए मुख्य सचिव होंगे।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Wed, 01 Jan 2020 10:35 AM (IST) Updated:Wed, 01 Jan 2020 10:35 AM (IST)
हिमाचल के नए मुख्‍य सचिव अनिल खाची ने दी अफसरशाही को यह खास सलाह, पढ़ें खबर
हिमाचल के नए मुख्‍य सचिव अनिल खाची ने दी अफसरशाही को यह खास सलाह, पढ़ें खबर

शिमला, जेएनएन। वरिष्ठ आइएएस अधिकारी अनिल खाची हिमाचल के नए मुख्य सचिव होंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी की। मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी के सेवानिवृत्त होने के बाद खाची को यह जिम्मेदारी मिली है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दिल्ली से लौटते ही खाची की नियुक्ति से जुड़ी फाइल साइन की। 1986 बैच के आइएएस अधिकारी खाची प्रदेश के मुख्य सचिव के पद पर 2023 तक रहेंगे। वह कुछ माह पहले प्रतिनियुक्ति पर केंद्र में गए थे।

नए साल के पहले दिन बुधवार को मुख्य सचिव की कुर्सी संभालने के बाद खाची राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मिलेंगे। वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से सचिवालय में राज्य से जुड़े मामलों पर चर्चा करेंगे।

अपने पास नहीं रखेंगे कोई विभाग

प्रदेश के 41वें मुख्य सचिव बने अनिल खाची ने स्पष्ट किया कि वह अपने पास कोई विभाग नहीं रखेंगे। उन्होंने नौकरशाही को सलाह दी कि टीमवर्क के तहत काम करना उपयुक्त रहेगा। राज्य को आगे बढ़ाने के लिए अफसरशाही को एक दिशा में काम करना पड़ेगा। समस्त सरकारी योजनाओं को लेकर काम करना होगा। उनका मत है कि कोई भी कार्य परिणामप्रद होना चाहिए। खाची ने कहा कि उनकी प्राथमिकता किसी एक क्षेत्र पर नहीं रह सकती। उनका ध्यान पर्यटन, ऊर्जा, कृषि व बागवानी, वन और औद्योगिक विकास पर केंद्रित होगा। राज्य आर्थिक संकट के दौर में है और इससे बाहर निकालने के लिए दीर्घकालीन प्रयास करने होंगे।

दिल्ली में बीता बचपन

22 जून 1963 को जन्मे अनिल खाची मूल रूप से जिला शिमला की कुमारसैन पंचायत के मंडहोली गांव के रहने वाले हैं। उनका बचपन दिल्ली में ही गुजरा। प्रारंभिक और उच्च शिक्षा भी दिल्ली में ही हुई। वह दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से पढ़े हैं। उनके पिता एफडी खाची नीदरलैंड्स दूतावास में सेवारत थे। उनकी दो बेटियां हैं। वह 1986 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए। उसके बाद अधिकांश समय केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहे। भारतीय खाद्य निगम में मुख्य सतर्कता पद पर 2014 से 2016 तक रहे। यूआइडीएआइ (आधार) के पूर्व उप-महाप्रबंधक पद पर 2010 से 2013 तक कार्यरत रहे। वह प्रबंध निदेशक वित्त निगम, विद्युत बोर्ड के सदस्य और जिला उपायुक्त पद पर सेवाएं दे चुके हैं। वर्तमान में अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त एवं योजना विभाग देखने के अलावा लोक निर्माण विभाग भी उनके पास रहा है।

भुवन शर्मा लोक निर्माण विभाग के ईएनसी

प्रदेश सरकार ने लोक निर्माण विभाग से ईएनसी के पद से आरके वर्मा के सेवानिवृत्त होने के बाद मुख्य अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग भुवन शर्मा को यह कार्यभार सौंपा है। वरिष्ठ वास्तुकार प्रेम सिंह नेगी को पदोन्नत कर मुख्य वास्तुकार लगाया है। उनकी तैनाती लोनिवि में ही की गई है। संयुक्त सचिव दिनेश कुमार को अतिरिक्त सचिव बनाया गया है।

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