शिक्षा बोर्ड नहीं जानता कितने स्कूलो में लगे हैं सीसीटीवी कैमरे

HP Board Exams शिक्षा बोर्ड कितने स्कूलो में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं इस बात से अनजान है।

By Edited By: Publish:Tue, 19 Mar 2019 09:14 PM (IST) Updated:Wed, 20 Mar 2019 09:48 AM (IST)
शिक्षा बोर्ड नहीं जानता कितने स्कूलो में लगे हैं सीसीटीवी कैमरे
शिक्षा बोर्ड नहीं जानता कितने स्कूलो में लगे हैं सीसीटीवी कैमरे

धर्मशाला, जेएनएन। परीक्षा केंद्रों में अव्यवस्था ने प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के दावों की हवा निकाल दी है। आलम यह है कि बोर्ड परीक्षाएं खत्म होने को आ गई हैं, लेकिन अब जाकर पता चल रहा है कि प्रदेशभर में करीब 100 परीक्षा केंद्रों में सीसीसीटी कैमरे ही स्थापित नहीं किए गए हैं। बड़ी बात यह है कि शिक्षा विभाग ने अभी तक बोर्ड को इस बात की जानकारी नहीं दी है कि कितने स्कूलों में कैमरे नहीं लगे हैं। ऐसे में निष्पक्षता से बोर्ड परीक्षाएं करवाने पर सवालिया निशान लगे हैं।

स्कूल शिक्षा बोर्ड ने वार्षिक परीक्षाओं के लिए इस बार 1980 केंद्र स्थापित किए हैं। केंद्र स्थापित करते समय दावा किया था कि इस दफा सभी परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे स्थापित होंगे और जिन केंद्रों में कैमरे नहीं होंगे, उन केंद्रों को रद कर दिया जाएगा। हालांकि 90 फीसद से ज्यादा केंद्रों में तो कैमरे स्थापित हुए हैं, लेकिन करीब 10 प्रतिशत केंद्रों में बिना सीसीटीवी कैमरों के ही परीक्षाओं का संचालन हो रहा है। बताया जा रहा है कि करीब 100 केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे स्थापित नहीं हुए हैं और इनमें कांगड़ा जिले के 20 स्कूल शामिल हैं।

कैमरे स्थापित न करने पर स्कूल प्रशासन की ओर से तर्क दिया जा रहा है कि विभाग और बोर्ड की ओर से कैमरे स्थापित करने की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को दी थी। इस कंपनी को 200 से अधिक केंद्रों में कैमरे स्थापित करने के लिए कहा गया है, लेकिन कंपनी ने काम ही नहीं किया है। उपमंडल पालमपुर के कुछ निजी स्कूलों वाले परीक्षा केंद्रों की हालत यह है कि उन्होंने सीसीटीवी कैमरे ही बंद कर दिए हैं और स्कूल में मैकेनिक तैनात कर दिए हैं। अगर कोई जांच के लिए आता है तो मैकेनिक द्वारा कैमरे ठीक करने का हवाला दिया जा रहा है।

ऐसे स्कूलों में किस तरह से निष्पक्ष परीक्षाएं हो रही हैं, यह जांच का विषय है। एक लाख रुपये की लागत में स्थापित होते हैं सीसीटीवी कैमरे अगर एक परीक्षा केंद्र में सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने हों तो उसके लिए करीब 90 हजार से एक लाख रुपये तक लागत आती है। करीब 50-60 हजार रुपये का कंट्रोल सेट आता है और छह से सात हजार रुपये प्रति कैमरे की लागत आती है।

जिस निजी कंपनी को कैमरे स्थापित करने की जिम्मेदारी दी थी, उसने हमारे स्कूल में कैमरे स्थापित ही नहीं किए हैं। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को बार-बार बताया गया है। अश्वनी भट्ट, प्रधानाचार्य, रक्कड़ स्कूल।

कांगड़ा में 338 परीक्षा केंद्र बोर्ड की ओर से बनाए हैं और करीब 20 स्कूलों में इस बार कैमरे स्थापित नहीं हुए हैं। इसका कारण बजट का अभाव और कंपनी की लापरवाही है। गुरदेव सिंह, उपनिदेशक, उच्च शिक्षा विभाग, कांगड़ा।

विभाग को सभी केंद्रों में कैमरे स्थापित करने के लिए कहा गया था, लेकिन फिर भी जिन स्कूलों में कैमरे स्थापित नहीं हो पाए हैं, वहां उड़नदस्ता टीम नियमित भेजी जा रही है। कितने स्कूलों में कैमरे स्थापित किए गए हैं, इस संबंध में अभी विभाग से रिकॉर्ड नहीं आया है। -डॉ. हरीश गज्जू, सचिव स्कूल शिक्षा बोर्ड।

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