सोशल मीडिया पर साइबर ठग सक्रिय, सात महीने में आई रिकॉर्ड 1535 शिकायतें, जानिए कैसे करें बचाव

Fraud on Social Media कोरोना काल में जनता बेशक जिंदगी की जंग लड़ रही हो लेकिन साइबर ठगों को मानवता से कोई सरोकार नहीं है। वे इस संकट को भी अपने लाभ के लिए भुना रहे हैं।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 08:53 AM (IST) Updated:Thu, 16 Jul 2020 08:53 AM (IST)
सोशल मीडिया पर साइबर ठग सक्रिय, सात महीने में आई रिकॉर्ड 1535 शिकायतें, जानिए कैसे करें बचाव
सोशल मीडिया पर साइबर ठग सक्रिय, सात महीने में आई रिकॉर्ड 1535 शिकायतें, जानिए कैसे करें बचाव

शिमला, रमेश सिंगटा। कोरोना काल में जनता बेशक जिंदगी की जंग लड़ रही हो, लेकिन साइबर ठगों को मानवता से कोई सरोकार नहीं है। वे इस संकट को भी अपने लाभ के लिए भुना रहे हैं। मोबाइल फोन यूजर्स की तादाद बढऩे से सोशल मीडिया के माध्यम से साइबर ठगी के मामले बढ़ गए हैं। पहाड़ में बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट, और कर्नाटक के ठग ज्यादा सक्रिय हैं।

हिमाचल पुलिस व साइबर पुलिस का ज्यादा जोर अब जागरूकता पर है। लोगों को जागरूक करने के लिए जल्द ही राज्यस्तरीय अभियान आरंभ होगा। इस बारे में सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है। साइबर सेल अपने स्तर पर सालभर में जागरूकता अभियान छेड़ता ही है। ये ठग अन्य राज्यों से ही अपना नेटवर्क चलाते हैं। इनकी जड़ों पर चोट करना एक अकेले राज्य के लिए संभव नहीं रहता।

साइबर ठगी की शिकायतें

अपराध,2016,2017,2018, 2019,2020 सोशल नेटवर्किंग साइट्स व एप,101,151,269,436,501 डेबिट व क्रेडिट कार्ड : 110,419,523,766,490 कुल शिकायते, 519,570,980,1638,1535 पैसा रिफंड करवाया, 48679,3248075, 959186,1891298,155587

(नोट : रिफंड पैसा रुपये में है और 2020 का आंकड़ा सात माह का है।)

क्या सावधानियां बरतें एक मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें। यह जितना लंबा होगा, यह उतना ही सुरक्षित होगा। प्रत्येक सोशल मीडिया अकाउंट के लिए एक अलग पासवर्ड का उपयोग करें। मित्रों का चयन सावधानीपूर्वक करें, यदि आप किसी को नहीं जानते तो उनके अनुरोध को स्वीकार न करें। यह एक फर्जी खाता हो सकता है। लिंक पर सावधानी के साथ क्लिक करें। जो जानकारी शेयर करते हैं, उसके बारे में सावधान रहें। संवेदनशील व व्यक्तिगत जानकारी को शेयर करें। घर का पता, वित्तीय जानकारी, फोन नंबर आदि को ज्यादा शेयर न करें। सुरक्षा के लिए एंटीवायरस सॉफ्टवेयर से कंप्यूटर को सुरक्षित रखें। अधिकतर अकाउंट वो ही हैक होते हैं जिनका पासवर्ड मोबाइल नंबर हो। ठगी का शिकार हो जाएं तो साइबर थाने को तत्काल सूचना दें।

क्‍या कहते हैं अधिकारी व विशेषज्ञ

ओटीपी शेयर न करें। ठगों ने बैंकों के नाम से अलग से टोल फ्री नंबर बना रखे हैं। बैंकों से भी कहा गया है कि खाताधारकों के नाम व पते की पूरी वेरीफिकेशन करें। उपभोक्ता भी सावधान रहें। यदि ठगी होती है तो शिकायत 24 घंटे के भीतर करने से पैसा वापस होने की संभावना रहती है। -नरवीर राठौर, एएसपी, साइबर क्राइम।

प्रदेश में बढ़ते साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए जल्द ही राज्य स्तरीय जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस बारे में प्रधान सचिव आइटी से मामला उठाया गया है। सोशल मीडिया का इस्तेमाल के दौरान लोग पूरी तरह से सावधानियां बरतें। -संजय कुंडू, डीजीपी, हिमाचल प्रदेश।

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