कोरोना छुड़वा रहा नशा, नशे के आदी युवा लत छुड़ाने के लिए पहुंच रहे अस्पताल

यूं तो कोरोना वायरस विश्व के लिए आफत है लेकिन उन परिवारों के लिए राहत बन गया है जिनके बच्चों को नशे की लत थी।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 09:32 AM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 04:54 PM (IST)
कोरोना छुड़वा रहा नशा, नशे के आदी युवा लत छुड़ाने के लिए पहुंच रहे अस्पताल
कोरोना छुड़वा रहा नशा, नशे के आदी युवा लत छुड़ाने के लिए पहुंच रहे अस्पताल

मंडी, मुकेश मेहरा। यूं तो कोरोना वायरस विश्व के लिए आफत है, लेकिन उन परिवारों के लिए राहत बन गया है जिनके बच्चों को नशे की लत थी। 22 मार्च से अब तक मंडी में 75 युवा और कुल्लू जिले में 130 युवा नशा छोडऩे के लिए अस्पताल पहुंचे हैं। स्वजन इनको खुद अस्पताल लेकर आए हैं। कुल्लू जिले में दो साल से 1400 से अधिक युवा नशे से छुटकारा पाने के लिए इलाज करवा रहे हैं। मंडी जिले से ऐसे युवा करीब 550 हैं।

22 मार्च को जनता कफ्र्यू के बाद से नशे की सप्लाई पूरी तरह से ठप है। जो युवा पहले से ही दवाएं ले रहे थे, वे तो इस स्थिति में सामान्य रहे लेकिन जो नशे में थे, उनको दिक्कत हुई। ऐसे में 75 युवा जिसमें से 19 चिट्टे और 45 शराब और 11 अन्य नशे की लत छुड़वाने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल मंडी के मनोचिकित्सा विभाग में पहुंचे। इसी तरह कुल्लू में 130 के करीब युवा चिट्टे की लत छुड़वाने और शेष शराब व चरस से निजात पाने के लिए अस्पताल पहुंचे हैं।

मंडी के मनोचिकित्सक डॉ. आयूष बताते हैं कि इन युवाओं को रिस्पांस बहुत अच्छा है। कुल्लू के नशा निवारण केंद्र के प्रभारी डॉ. सत्येंद्र वैद्य बताते हैं कि कफ्र्यू का यह पहलू सकारात्मक है। युवा खुद नशा छोडऩे के लिए अस्पताल आ रहे हैं।

कुछ के स्वजन थे अनजान

कुछ मामले तो ऐसे सामने आए हैं जिनके स्वजनों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनके बच्चे नशे की लत में हैं। नशा न मिलने पर जब उनकी तबीयत बिगड़ी तो हालात का खुलासा हुआ, लेकिन परिवारों ने आगे आकर उनको इलाज के लिए पहुंचाया।

ऐसे चल रहा इलाज

चिकित्सक द्वारा इनको दवाओं के साथ व्यायाम की सलाह दी जाती है। अभी इनडोर दाखिले बंद होने के कारण, इनको घर में रहने को कहा गया है। साथ ही इनको किताबें पढऩे या अन्य कार्यों में व्यस्त रखने की सलाह दी जाती है।

मंडी अस्पताल में नशा छुड़वाने के लिए युवा आ रहे हैं। मनोचिकित्सक द्वारा उनकी इसमें पूरी मदद की जा रही है। सभी को दवाएं और अन्य जरूरी क्रियाएं बताई जा रही हैं। -डॉ. जीवानंद चौहान, सीएमओ मंडी।

chat bot
आपका साथी