Coronavirus: 81 में से 77 सैंपल पाए गए नेगेटिव, शिमला और टांडा अस्पताल देर रात तक होती रही जांच

हिमाचल प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की तादाद में सोमवार को और इजाफा हुआ है। चार और कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Mon, 06 Apr 2020 06:58 PM (IST) Updated:Tue, 07 Apr 2020 10:40 AM (IST)
Coronavirus: 81 में से 77 सैंपल पाए गए नेगेटिव, शिमला और टांडा अस्पताल देर रात तक होती रही जांच
Coronavirus: 81 में से 77 सैंपल पाए गए नेगेटिव, शिमला और टांडा अस्पताल देर रात तक होती रही जांच

शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की तादाद में सोमवार को और इजाफा हुआ है। चार और कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। चारों तब्लीगी जमाती हैं व सभी जिला चंबा के मुस्लिम बहुल क्षेत्र तीसा के रहने वाले हैं। अब प्रदेश में काेरोना मरीजों की संख्या 18 हो गई है। इनमें 11 तब्लीगी जमाती हैं। चंबा जिला के 11 तब्लीगी जमातियों के सैंपल जांच के लिए गए थे, इनमें बाकी सात की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। देर रात तक सैंपल की जांच होती रही, सुबह आई रिपोर्ट के मुताबिक 77 सैंपल नेगेटिव आए हैं, जबकि दो सैंपल रिपीट हो गए थे। सोमवार को लिए गए इन 83 सैंपल में से चार पॉजिटिव हैं।

प्रदेश में 85 ऐसे संदिग्धों की पहचान की गई है, जिनके नियमों के अनुसार सैंपलों की जांच की जाएगी। काेविड-19 के सोमवार को लिए गए सैंपलों में से 51 सैंपल उन तब्लीगी जमातियों के लिए गए, जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर दिल्ली के निजामुद्दीन हॉट स्पॉट से संबंधित रहे हैं। आईजीएमसी और टांडा के अलावा सीआरआई कसौली की लैब ने भी काम शुरू कर दिया है, जहां पर पहले ही दिन 11 सैंपलों की जांच की गई।

अभी तक कुल मामलों में 11 तब्लीगी जमातियों के सैंपल पॉजिटिव आए हैं। कोविड-19 के संदिग्धाें की पहचान की जा रही है और 85 लोगों की पहचान की गई है। प्रदेश में 4458 लोगों को कोविड-19 के लिए निगरानी में रखा गया है। इनमें से 2013 लोगों ने जरुरी 28 दिनों की निगरानी को पूरा कर लिया है। अभी तक प्रदेश में कोविड-19 की जांच को 456 लोगों के सैंपल लिए गए हैं।

तीन दिनों से घर-घर काेविड-19 की पहचान को लेकर चलाए गए एक्टिव केस फाइंडिंग के तहत 23 लाख से अधिक लोगों की मौखिक जांच की गई है। जिन लोगों को खांसी व बुखार के लक्षण हैं उन्हें उपचार भी उपलब्ध करवाया गया है।

घरों में बनाए मास्क स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ के लिए नहीं

घरों में बनाए मास्क या फेस कवर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व ऐसे कर्मियों के लिए नहीं है जो लोगों के सीधे संपर्क में आ रहे हैं। ऐसे फेस कवर उनके लिए भी सही नहीं हैं जिन्हें खांसी, बुखार आदि के लक्षण हैं।

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