एक शहर ऐसा, जहां सोमवार को रहता ब्लैक आउट!

जागरण संवाददाता, पालमपुर : प्रदेश में शायद पालमपुर ही ऐसा शहर होगा, जहां हर सोमवार को मरम्मत के नाम

By Edited By: Publish:Mon, 02 May 2016 08:59 PM (IST) Updated:Mon, 02 May 2016 08:59 PM (IST)
एक शहर ऐसा, जहां सोमवार को रहता ब्लैक आउट!

जागरण संवाददाता, पालमपुर : प्रदेश में शायद पालमपुर ही ऐसा शहर होगा, जहां हर सोमवार को मरम्मत के नाम पर विद्युत कट लगता हो। यहां सोमवार पूरी तरह से ब्लैक आउट होता है। सप्ताह के पहले ही दिन पालमपुर व आसपास के एक बड़े क्षेत्र में अधिकांश सरकारी कार्यालयों में कामकाज वैसे ही होता है, जैसे मानों रविवार हो। फर्क केवल इतनी ही होता है कि रविवार को ऑफिस बंद होते हैं और सोमवार को खुलते हैं। लेकिन, बिजली के अभाव में न तो वहां काम होता है और न ही अधिक आवाजाही। यहां पांच साल से अधिक समय से मरम्म्त का एक ऐसा सिलसिला चल रहा है कि उसका न कोई अंत हो रहा है और न ही आधुनिकता के इस दौर में उसका समाधान।

एक ही दिन में यहां पर्यावरण संरक्षण की मुहिम भी दम तोड़ देती है। हालांकि विभाग यहां बार-बार बिजली लाइनों, सब स्टेशनों व फीडरों की मरम्मत की दुहाई देता है, लेकिन लोगों का एक ही सवाल है कि ऐसी कौन सी मरम्म्त विशेष रूप से यहीं हो रही है, जिसका अंत ही नहीं हो रहा है। इससे प्रभावित अधिकांश लोग इस बिजली कट के लिए रविवार का दिन करने की भी मांग करते है, लेकिन उस दिन बाजार खुले होने के साथ साथ लोगों की छुट्टी होने से बिजली विभाग इसके लिए केवल सोमवार ही तय कर पाया है। पालमपुर में इस समय आर्मी एरिया सहित, आइएचबीटी, कृषि विवि कई आफिसा तथा चिकित्सा संस्थान है। लेकिन सोमवार को सभी जगह बिजली के अभाव में सेवाएं चरमरा जाती है। तो कुछ कार्यालयों बिजली न होने का हवाला देकर काम करने से भी बचते नजर आते हैं।

सोमवार को भी पालमपुर व मारंडा सहित एक बड़े क्षेत्र में सुबह पौने दस बजे से लेकर शाम पौने सात बजे तक बिजली बंद रही। लोगों की मांग है कि मरम्मत तो की जाए, लेकिन उसके लिए कुछ कुछ समय निर्धारित किया जाए, ताकि आम कार्य प्रभावित न हो।

जरूरी सेवाएं प्रभावित

बिजली के अभाव में अस्पताल में भी सेवाएं रुक जाती है, जिनका इंतजार लोग सप्ताह के पहले दिन करवाना चाहते है। बिजली न होने की वजह से यहां लगे मोबाइल के सभी टावर जनरेटरों के सहारे हो जाते है। तो बैंकों से लेकर डाकघर, बीएसएनएल व अधिकांश बड़े संस्थान जनरेटरों के शोर से चलते है। इससे कुछ घंटों तक तो काम होता है, लेकिन बाद में यह भी बंद हो जाते है।

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प्रयास रहेगा, न हो ऐसा

मारंडा विद्युत उपकेंद्र के नवीनीकरण के कार्य के कारण बिजली बंद की गई थी। अब कुछ क्षेत्रों में ही मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि मरम्मत के दौरान बिजली बंद होने से अधिक क्षेत्र प्रभावित न हो।

- वीएस ठाकुर, अधिशाषी अभियंता, विद्युत मंडल पालमपुर।

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