नादौन अस्पताल में रात को स्टाफ की सुरक्षा का नहीं प्रबंध

नादौन अस्पताल में काम करने वाले स्टाफ की सुरक्षा रात के समय राम भरोसे चल रही है कहने को तो प्रदेश सरकार ने अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए नए कानून बनाकर वाहवाही लूटने में कोई कसर बाकी नहीं रखी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Sep 2018 10:02 PM (IST) Updated:Mon, 17 Sep 2018 10:02 PM (IST)
नादौन अस्पताल में रात को 
स्टाफ की सुरक्षा का नहीं प्रबंध
नादौन अस्पताल में रात को स्टाफ की सुरक्षा का नहीं प्रबंध

संजीब बॉवी, नादौन

नादौन अस्पताल के स्टाफ की सुरक्षा रात को रामभरोसे है। प्रदेश सरकार ने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए नए कानून बनाकर वाहवाही लूटने में कोई कसर नहीं रखी है। लेकिन रात को ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों, नर्सो व अन्य स्टाफ की असामाजिक तत्वों व नशे से धुत आने वाले लोगों से बचने के लिए नादौन अस्पताल में सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं है। अकसर देखने में आया है कि रात को लड़ाई-झगड़ों में घायल लोग पहुंचते हैं। ऐसे में घायल कई लोग नशे में धुत होते हैं और ऐसे नशेड़ी लोगों की संख्या अधिक होने पर खासकर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और महिला स्टाफ सहमा रहता है। अगर ऐसे घायल नशेड़ी डॉक्टर या महिला स्टाफ के साथ दु‌र्व्यवहार कर दे तो तो रोकने वाला कोई नहीं है।

गत दिनों भी एक व्यक्ति अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक से उलझ पड़ा था। मामला ज्यादा गंभीर होने पर पुलिस को आरोपित के विरुद्ध कार्रवाई करनी पड़ी थी। लोगों ने मांग की है कि नादौन अस्पताल में पुलिस कर्मी या होमगार्ड की तैनाती की जानी चाहिए।

उधर, बीएमओ डॉ. अशोक कौशल ने बताया कि कई बार लोग रात को शराब पीकर लड़ाई-झगड़ा कर उपचार के लिए आते हैं तो साथ में आए नशे में धुत लोग हो-हल्ला करते हैं जिससे उपचार करने में भी परेशानी होती है। रात के समय सिक्योरिटी बहुत आवयश्क है और इस बारे उच्चाधिकारियों को भी बताया गया है।

उधर, एसपी रमन कुमार मीणा ने बताया कि पुलिस कर्मचारियों को हिदायत दी गई है कि रात के समय पेट्रों¨लग के दौरान सार्वजनिक स्थलों सहित क्षेत्र में स्थापित अस्पताल की जरूर देखरेख करें। इस संबंध में कोई शिकयत नहीं आई है।

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