मुख्यमंत्री स्वास्थ्य राहत कोष से गरीब मरीज को त्वरित सहायता

स्थ्य मंत्री ने बताया कि आरकेएस टांडा का 37 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया है। यह पिछले साल के मुकाबले लगभग तीन करोड़ अधिक है।

By Edited By: Publish:Fri, 22 Jun 2018 07:18 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jun 2018 01:48 PM (IST)
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य राहत कोष से गरीब मरीज को त्वरित सहायता
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य राहत कोष से गरीब मरीज को त्वरित सहायता

टांडा, जेएनएन।  हिमाचल के हर व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधा मिले इसके लिए केंद्र व प्रदेश सरकार ने आयुष्मान भारत और यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम जैसी कई योजनाएं चलाई हैं। इसके बाद भी अगर किसी मरीज के पास किसी तरह का स्वास्थ्य कार्ड या वह बीपीएल में नहीं है तो उसकी मदद मुख्यमंत्री स्वास्थ्य राहत कोष से की जाएगी। डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा में शुक्रवार को रोगी कल्याण समिति (आरकेएस) की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री विपिन परकार ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य राहत कोष के लिए 10 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया।

इससे स्थानीय विधायक व पंचायती प्रतिनिधि की संस्तुति के बाद मरीज की मदद की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आरकेएस टांडा का 37 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया है। यह पिछले साल के मुकाबले लगभग तीन करोड़ अधिक है। इससे मरीजों के लिए और अधिक सुविधाएं जुटाई जाएंगी। टांडा मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सो व रेडियोग्राफर के पद आरकेएस के तहत भरे जाएंगे। टीबी के मरीजों को दी जाने वाली बिडाक्यूलीन दवा टांडा मेडिकल कॉलेज में भी दी जाएगी। यह दवा मरीजों को मुफ्त मिलेगी। टांडा मेडिकल कॉलेज के अमृत फार्मेसी स्टोर में मरीजों को स्टेंट भी उपलब्ध होंगे। यहां स्टेंट की कीमत 27000 रुपये है, जबकि बाजार में इससे कहीं अधिक है। इस मौके पर स्थानीय विधायक अरुण मेहरा, टांडा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. भानू अवस्थी, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गुरदर्शन गुप्ता भी उपस्थित थे।

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