Lok Sabha Election 2024: कांगड़ा किले को साधने में जुटे सुक्खू, 10 दिन में मुख्यमंत्री ने जिले का किया पांचवां दौरा

Lok Sabha Election 2024 मुख्‍यमंत्री सुक्‍खू हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा किले को साधने में लगे हैं। 10 दिन में मुख्‍यमंत्री ने जिले का पांचवां दौरा कर लिया है। ऐसे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू विशेषकर प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। हाल के दिनों में उन्होंने जिले के दो विधायकों को विभिन्न पद दिए हैं।

By Jagran NewsEdited By: Himani Sharma Publish:Fri, 15 Mar 2024 01:00 PM (IST) Updated:Fri, 15 Mar 2024 01:00 PM (IST)
Lok Sabha Election 2024: कांगड़ा किले को साधने में जुटे सुक्खू, 10 दिन में मुख्यमंत्री ने जिले का किया पांचवां दौरा
10 दिन में मुख्यमंत्री ने जिले का किया पांचवां दौरा (फाइल फोटो)

दिनेश कटोच, धर्मशाला। Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस पार्टी में चल रही उठापटक और सरकार पर बने संकट का हिस्सा जिला कांगड़ा भी रहा है। धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा ने पार्टी से हटकर भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार के पक्ष में वोट किया था, हालांकि इसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया है।

ऐसे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू विशेषकर प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। हाल के दिनों में उन्होंने जिले के दो विधायकों को विभिन्न पद दिए हैं। वहीं मुख्यमंत्री 10 दिन में ही जिले के पांचवें दौरे पर पहुंचे। वह करोड़ों रुपये के उद्घाटन और शिलान्यास भी कर रहे हैं। वीरवार को मुख्यमंत्री पालमपुर, जयसिंहपुर और सुलह विधानसभा के दौरे पर रहे।

16 को जवाली विधानसभा का करेंगे दौरा

मुख्यमंत्री सुक्खू 16 मार्च को जवाली विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहेंगे। मुख्यमंत्री 10 दिन में देहरा, बैजनाथ, इंदौरा व फतेहपुर विधानसभा का दौरा कर चुके हैं जबकि वीरवार को एक साथ उन्होंने जयसिंहपुर, पालमपुर और सुलह विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया। जिला के अब तक सात विधानसभा क्षेत्रों के वह दौरे कर चुके हैं। उनके ये दौरे लोकसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण हैं।

जिला में कांग्रेस के 10 विधायक, सात को मिले बड़े पद

जिला कांगड़ा में दो मंत्रियों सहित दो सीपीएस व तीन विधायकों को विभिन्न पद सौंप कर कांगड़ा की अनदेखी के आरोपों की भरपाई भी मुख्यमंत्री ने की है। जिला में कांग्रेस के 10 विधायक हैं, इनमें से सुधीर शर्मा को अयोग्य घोषित किया गया है।

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जवाली से विधायक चंद्र कुमार को कृषि मंत्री, जयसिंहपुर से यादविंद्र गोमा को खेल व आयुष मंत्री, बैजनाथ के विधायक किशोरी लाल व पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल को मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस) बनाया है। नगरोटा बगवां से आरएस बाली को पर्यटन निगम का अध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) बनाया है।

ज्वालामुखी व इंदौरा विधानसभा क्षेत्र से ही कांग्रेस के विधायक बचे

वहीं राज्यसभा चुनाव के बाद हुई राजनीतिक उठापटक के बीच अब मुख्यमंत्री ने फतेहपुर के विधायक भवानी पठानिया को राज्य योजना बोर्ड का उपाध्यक्ष व शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया को उप मुख्य सचेतक बनाया है।

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अब ज्वालामुखी व इंदौरा विधानसभा क्षेत्र से ही कांग्रेस के विधायक बचे हैं। इनमें ज्वालामुखी के विधायक संजय रतन वरिष्ठता में आगे हैं और उन्हें भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। वहीं पालमपुर विधानसभा क्षेत्र से गोकुल बुटेल मुख्यमंत्री के प्रधान आइटी सलाहकार हैं और उन्हें भी कैबिनेट रैंक दिया है।

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