डॉ. विपिन ने न्यूयॉर्क में सीखी हड्डी के जोड़ बदलने की बारीकियां

जागरण संवाददाता, टांडा : डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Nov 2018 06:23 PM (IST) Updated:Fri, 02 Nov 2018 06:23 PM (IST)
डॉ. विपिन ने न्यूयॉर्क में सीखी हड्डी के जोड़ बदलने की बारीकियां
डॉ. विपिन ने न्यूयॉर्क में सीखी हड्डी के जोड़ बदलने की बारीकियां

जागरण संवाददाता, टांडा : डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा हड्डी के जोड़ों की दिक्कत से जूझ रहे लोगों को उच्च स्तर की सुविधा मिलेगी। हड्डी रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ. विपिन शर्मा न्यूयॉर्क में हड्डी के जोड़ बदलने की नई तकनीक का अध्ययन कर लौट आए हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय रानावत ऑर्थोप्लास्टी फेलोशिप कार्यक्रम के तहत तीन माह तक न्यूयॉर्क (यूएसए) में हॉस्पीटल फॉर स्पेशल सर्जरी में अंतरराष्टीय विशेषज्ञ डॉ. चितरंजन रानावत व उनकी टीम के साथ कार्य किया। डॉ. विपिन शर्मा की इस उपलब्धि से टांडा मेडिकल कॉलेज के इतिहास में नया अध्याय जुड़ गया है।

टांडा मेडिकल कॉलेज के कार्यकारी प्राचार्य डॉ. भानू अवस्थी ने अंतरराष्ट्रीय फेलोशिप कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए डॉ. विपिन शर्मा को बधाई दी व कहा कि इससे टांडा मेडिकल कॉलेज को ही नहीं पूरे प्रदेश को फायदा मिलेगा। फेलोशिप कार्यक्रम से ऑर्थो विभाग में ऑर्थोप्लास्टी सर्जरी को और बेहतर ढंग से किया जा सकेगा। देशभर के हड्डी रोग विशेषज्ञों में से डॉ. विपिन शर्मा का इस फेलोशिप कार्यक्रम के लिए चुना जाना हिमाचल के लिए गर्व की बात है। इसका फायदा टांडा मेडिकल कॉलेज के फैकल्टी व प्रशिक्षुओं को भी मिलेगा।

डॉ. विपिन शर्मा ने बताया कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय रानावत ऑर्थोप्लास्टी फेलोशिप कार्यक्रम के तहत तीन माह तक न्यूयॉर्क में कार्य किया। इस दौरान ऑर्थोप्लास्टी सर्जरी की नई तकनीक के साथ-साथ इस क्षेत्र में हो रहे नए शोधों का भी अध्ययन किया। उन्होंने बताया कि टांडा मेडिकल कॉलेज में 2010 से वह ऑर्थोप्लास्टी सर्जरी कर रहे हैं। अब अंतरराष्ट्रीय चिकित्सकों के साथ काम करने का मौका मिला। उनके साथ किया गया कार्य, ऑर्थोप्लास्टी सर्जरी की नई तकनीक व इस क्षेत्र में हो रहे नए शोधों का फायदा हिमाचल की जनता को भी मिलेगा।

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