आग लगे तो अग्निशमन विभाग राम आसरे

संवाद सहयोगी, धर्मशाला : फायर सीजन सिर पर है, लेकिन व्यवस्था पूरी तरह से बेबस है। आलम यह है कि जहां

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Mar 2017 12:47 AM (IST) Updated:Tue, 28 Mar 2017 12:47 AM (IST)
आग लगे तो अग्निशमन विभाग राम आसरे
आग लगे तो अग्निशमन विभाग राम आसरे

संवाद सहयोगी, धर्मशाला : फायर सीजन सिर पर है, लेकिन व्यवस्था पूरी तरह से बेबस है। आलम यह है कि जहां कांगड़ा शहर में एक भी हाइड्रेंट काम का नहीं है, वहीं स्मार्ट सिटी धर्मशाला को भी केवल एक ही हाइड्रेंट का सहारा है। यह भी शहर से दो किलोमीटर दूर है। ऐसे में आगजनी की घटना में किस प्रकार अग्निशमन कर्मी काबू पाएंगे, इसका अंदाजा स्वयं लगाया जा सकता है। जिला कांगड़ा में केवल पालमपुर शहर को छोड़ दिया जाए, तो अन्य सभी शहरों में एक जैसी ही स्थिति है। जिले के वे क्षेत्र भी अस्थायी हाइड्रेंट के सहारे हैं, जहां हाल ही में फायर चौकियां खुली हैं। इन चौकियों के लिए एक-एक अस्थायी हाइड्रेंट स्थापित कर संबंधित विभाग ने इतिश्री कर ली है। हैरानी तो इस बात की है कि देशभर में स्मार्ट सिटी के रूप में चयनित प्रदेश के दूसरे बड़े शहर धर्मशाला के लिए करीब एक करोड़ की नई हाइड्रेंट लाइन व 42 हाइड्रेंट स्थापित करने की योजना अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। कांगड़ा शहर की बात करें, तो यहां पर 32 नए हाइड्रेंट तो स्थापित कर दिए गए हैं, लेकिन इन्हें अभी तक सप्लाई से नहीं जोड़ा गया है। इससे ये नए हाइडेंट भी शोपीस बने हुए हैं। वहीं यहां पुराने 18 हाइड्रेंट पूरी तरह से दब चुके हैं।

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यह है हाइड्रेंट की स्थिति

शहर कुल हाइड्रेंट काम की हालत में

धर्मशाला, 25, 1

कांगड़ा, 25, 0

पालमपुर, 20, 20

नूरपुर, 3, 1

ज्वालामुखी, 3, 1

जवाली, 1,1

नगरोटा बगवां,1,1

जयसिंहपुर,1,1

बैजनाथ,1,1

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हाइड्रेंट पर्याप्त संख्या में न होना चिंता का विषय है। अन्य शहरों को तो छोड़िये स्मार्ट सिटी धर्मशाला में भी हाइड्रेंट की भारी कमी है। हालांकि यहां नई लाइन बिछाई जा रही है, लेकिन अभी तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। इस संबंध में आइपीएच विभाग से भी बात होती रहती है, ताकि जल्द हाइड्रेंट सुविधा प्राप्त हो सके।

-एसके चौधरी, उपअग्निशमन अधिकारी, कांगड़ा

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फायर सीजन से पहले उपलब्ध होगी सुविधा

धर्मशाला में हाइड्रेंट सुविधा फायर सीजन से पहले उपलब्ध होगी। हाइड्रेंट लाइन का कार्य पूर्ण हो चुका है और हाइड्रेंट स्थापित करने की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में चल रही है। करीब 15 दिन में उपरोक्त सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी।

-दीपक गर्ग, अधिशाषी अभियंता सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग मंडल धर्मशाला।

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