रामशहर को सीएचसी दी, सुविधाएं नहीं

नालागढ़ के दूर दराज क्षेत्र रामशहर में सरकार ने सीएचसी तो खोल दी है लेकिन अभी तक वहां पर स्टाफ पूरा नहीं किया है। जिससे लोगों को स्वास्थ्य सेवा से वंचित रहना पड़ रहा है। रात को उपचार की सुविधा न होने से लोगों की मीलों दूर नालागढ़ जाना पड़ता है। जिससे आपात काल के दौरान कई बार मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते है। इस संबंध में शुक्रवार को जग सेवा संगठन, विकास मंच नालागढ़ व रामशहर पंचायत के प्रतिनिधियों ने एसडीएम के माध्यम से सरकार व संबंधित विभाग को ज्ञापन भेजा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Feb 2019 04:11 PM (IST) Updated:Fri, 15 Feb 2019 04:11 PM (IST)
रामशहर को सीएचसी दी, सुविधाएं नहीं
रामशहर को सीएचसी दी, सुविधाएं नहीं

संवाद सूत्र, नालागढ़ : नालागढ़ के दूरदराज क्षेत्र रामशहर में सरकार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) तो खोल दी है लेकिन अभी तक वहां पर स्टाफ पूरा नहीं किया है। इससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य उपचार नहीं मिल रहा है। रात को उपचार की सुविधा न होने से लोगों की मीलों दूर नालागढ़ जाना पड़ता है। इससे कई बार मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते है। इस संबंध में शुक्रवार को जग सेवा संगठन, विकास मंच नालागढ़ व रामशहर पंचायत के प्रतिनिधियों ने एसडीएम के माध्यम से सरकार व संबंधित विभाग को ज्ञापन भेजा है।

रामशहर के पंचायत प्रधान विरेंद्र शर्मा ने बताया कि सरकार ने पीएचसी का दर्जा बढ़ा कर सीएचसी तो कर दिया है लेकिन अभी स्टाफ मुहैया नहीं कराया है। शाम होते ही सीएचसी पर ताला लटक जाता है। पांच बजे के बाद अगर कोई मरीज बीमार होता है तो उसे मीलों दूर नालागढ़ लाना पड़ रहा है। यहां पर दो चिकित्सक है। इनमें अगर कोई अवकाश पर जाता है तो एक चिकित्सक पर काम का बोझ आ जाता है। यहां पर रोजाना 100 से अधिक ओपीडी है। पंचायत की ओर से प्रस्ताव पारित करके कई बार चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने की मांग की गई है लेकिन अभी तक कोई हल नहीं हुआ ।

उधर, बीएमओ केडी जस्सल ने कहा कि रात के दौरान भी मरीजों का स्वास्थ्य जांचने के लिए चार चिकित्सक चाहिए। फिर भी वहां पर तैनात चिकित्सक को इमरजेंसी में सेवाएं देने के लिए कहा गया है। एक्स-रे तकनीशियन को सप्ताह में एक दिन के लिए वहां पर भेजने के लिए विचार किया जा रहा है। जैसे ही नई नियुक्ति होती है तो रामशहर में प्राथमिकता से स्टाफ तैनात किया जाएगा। दूसरी ओर प्रशांत देश्टा ने बताया कि उनकी मांग को जिला उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश सरकार व संबंधित विभाग को भेजी गई है।

कॉलेज तो खोला भवन की कोई व्यवस्था नहीं

रामशहर में कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग को लेकर भी प्रतिनिधिमंडल एसडीएम से मिला। पंचायत प्रधान विरेंद्र शर्मा ने बताया कि वर्तमान में कालेज स्कूल के भवन में चल रहा है। स्कूल के नाम जमीन हो गई है लेकिन अभी तक कार्य शुरू हो गया है जबकि सरकार की ओर से कुछ पैसा भी संबंधित निर्माण एजेंसी को मिल गया है। इस कॉलेज में दो दर्जन पंचायतों के युवा शिक्षा ग्रहण करने आ रहे है। उधर, लोनिवि के सहायक अ¨भयता गुर¨वद्र ¨सह ने बताया ¨सह ने बताया कि कॉलेज के भवन पर 11 करोड़ 83 लाख रुपये खर्च आना है। अभी तक 35 लाख रुपये ही मिले है। बजट के अभाव में अभी तक टेंडर नहीं लग पाए है।

एसडीएम ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि उनकी मांग सरकार तक भेज दी जाएगी। प्रतिनिमंडल में जग सेवा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जगपाल राणा, विकास मंच नालागढ़ इकाई के प्रधान नरेश घई, पंचायत प्रधान विरेंद्र शर्मा, उपप्रधान बाबू राम, पूर्व बीडीसी सदस्य राज रानी, नरेश कुमार व दुर्गा थापा मौजूद रहे।

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