भालुओं के हमले में चार भेड़पालक लहूलुहान

बनीखेत में मंगलवार सुबह भालुओं के दो हमलों में चार भेड़पालक घायल हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 04:44 AM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 04:44 AM (IST)
भालुओं के हमले में चार भेड़पालक लहूलुहान
भालुओं के हमले में चार भेड़पालक लहूलुहान

संवाद सहयोगी, डलहौजी : बनीखेत में मंगलवार सुबह भालुओं के दो हमलों में चार भेड़पालक घायल हो गए। पहले मामले में सिल्लाघ्राट चंबा के भेड़पालक योगराज व रमेश कुमार ने चंबा-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनीखेत की आर्मी कॉलोनी के समीप डेरा लगा रखा था। मंगलवार सुबह करीब आठ बजे उक्त भेड़पालक यहां से जाने की तैयारी कर रहे थे। इतने में साथ लगते जंगल से अचानक एक भालू ने भेड़पालक योगराज पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। रमेश कुमार ने अपने साथी को भालू से बचाने की कोशिश की तो भालू ने उस पर भी हमला कर दिया। स्थानीय लोगों ने भेड़पालकों को भालू से बचाया। इसके बाद दोनों को पीएचसी बनीखेत ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को मेडिकल कॉलेज चंबा रेफर कर दिया गया।

इस घटना के करीब ढाई घंटे बाद एक बार फिर से जंगल से सड़क की ओर पहुंचे भालू ने आर्मी कॉलोनी के समीप ही दो अन्य भेड़पालकों चूहड़ू राम व नारायण सिंह दोनों पुत्र परस राम निवासी गांव हेलन, तहसील चुराह, जिला चंबा पर भी हमला कर दिया। चूहड़ू राम व नारायण सिंह को बचाने के लिए दोनों के पिता परस राम व एक अन्य भेड़पालक भालू से भिड़ गए और जोर से चिल्लाने लगे। आसपास से एक बार फिर लोगों ने मौके पर पहुंचकर चूहडू राम व नारायण सिंह को भी भालू से बचाया। इसके बाद उपचार के लिए पीएचसी बनीखेत पहुंचाया। भालू ने चूहड़ू राम को सिर व शरीर के अन्य हिस्सों में बुरी तरह से नोचकर लहूलुहान कर दिया था। वहीं नारायण सिंह की बाजू व शरीर के अन्य हिस्सों में भी भालू ने गहरे जख्म कर दिए थे। पीएचसी में चूहड़ू राम को सिर व शरीर के अन्य हिस्सों में करीब 40 टांके लगाने पड़े। प्राथमिक उपचार के बाद इन दोनों घायलों को भी मेडिकल कॉलेज चंबा रेफर कर दिया गया।

उधर, वन मंडल अधिकारी डलहौजी कमल भारती व डीएसपी डलहौजी विशाल वर्मा भी वन विभाग व पुलिस विभाग की टीमों के साथ मौके पर पहुंच गए। दोनों अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया। कमल भारती ने कहा कि भेड़पालकों पर हमला करने के बाद भालू जंगल की ओर भाग गया है। वन विभाग के कर्मचारी पूरी नजर रखेंगे। चारों लोगों को मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

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जंगली जानवरों के हमले में यह है मुआवजे का प्रविधान

जंगली जानवर यदि किसी व्यक्ति पर हमला कर उसे घायल कर देते हैं तो वन विभाग मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मुआवजा देता है। कम चोटें आने पर 15,000 रुपये व गंभीर चोटें आने पर 75,000 रुपये मुआवजे व वन्य प्राणी के हमले के कारण दिव्यांग होने पर दो लाख रुपये तक के मुआवजे का प्रविधान है।

--------- भालुओं को पकड़कर दूर के जंगलों में छोड़ा जाए

मुख्य सड़क किनारे जिस स्थान पर भालू ने भेड़पालकों पर हमला किया, उस स्थान से ही होकर कस्बे के कई लोग रोजाना तड़के सैर करने जाते हैं। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से बनीखेत के रिहायशी इलाकों के समीप पहुंच रहे व हिसक हो रहे भालुओं को पकड़कर यहां से दूर घने जंगलों में छोड़ने की अपील की है। पिछले वर्ष भी अप्रैल माह में ही भालू ने बनीखेत में हेलीपैड के समीप एक भेड़पालक पर हमला कर दिया था। कुछ वर्ष पहले भालू द्वारा एक महिला पर हेलीपैड के समीप हमला किया गया था। महिला को बचाते हुए एक स्थानीय युवक अरविद कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया था।

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