जुर्म के खिलाफ चुप न रहें किशोरियां

संवाद सहयोगी चंबा जागोरी कार्यालय चंबा में किशोरियों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में 34 किशोरियों की सहभागिता रही। इस दौरान किशोरियों को अलग-अलग विषयों जैसे जेंडर समानता स्वास्थ्य गुड टच बैड टच तथा पोक्सो एक्ट पर जानकारी दी गई। जागोरी समन्वयक उमा कुमारी ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य किशोरियों के अंदर आत्मविश्वास पैदा करना तथा उनकी चुप्पी को तोड़ना है। उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में आता है

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Feb 2020 05:34 PM (IST) Updated:Sat, 15 Feb 2020 05:34 PM (IST)
जुर्म के खिलाफ चुप न रहें किशोरियां
जुर्म के खिलाफ चुप न रहें किशोरियां

संवाद सहयोगी, चंबा : जागोरी कार्यालय चंबा में किशोरियों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में 34 किशोरियों की सहभागिता रही। इस दौरान किशोरियों को अलग-अलग विषयों जैसे जेंडर समानता, स्वास्थ्य, गुड टच बैड टच तथा पोक्सो एक्ट पर जानकारी दी गई। जागोरी समन्वयक उमा कुमारी ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य किशोरियों के अंदर आत्मविश्वास पैदा करना तथा उनकी चुप्पी को तोड़ना है। उन्होंने कहा कि अकसर देखने में आता है कि अधिकतर किशोरियां जुर्म के खिलाफ आवाज नहीं उठाती हैं, जिस कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हो जाते हैं। इसलिए किशोरियों को सचेत जागरूक रहने की जरूरत है। अपराध इसीलिए होते हैं, क्योंकि इनके खिलाफ अधिकतर लोग चुप्पी साध लेते हैं। इसलिए अपराध के विरुद्ध किशोरियों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर जागोरी संस्था द्वारा जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाता है, ताकि किशोरियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ उनकी चुप्पी को तोड़ा जा सके। जब तक अपराध के विरुद्ध आवाज को बुलंद नहीं किया जाता, तब तक अपराध को कम नहीं किया जा सकता है। जुर्म सहने वाला भी उतना ही अपराधी होता है, जितना कि जुर्म करने वाला होता है। उन्होंने किशोरियों से आह्वान करते हुए कहा कि अन्य किशोरियों तथा महिलाओं को भी जुर्म के खिलाफ आवाज बुलंद करने के प्रति जागरूक करें। इस दौरान चर्चा-परिचर्चा, खेल, जागृति गीत, पठन-पाठन सामग्री, फिल्म आदि के माध्यम से भी उन्हें जागरूक किया गया। कार्यशाला में समन्वयक जागोरी टीम से मखनी, रजनी, रुकसाना व ललिता भी मौजूद रहीं।

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