ऑनलाइन होगा पशुओं का आंकड़ा, मिलेगा हर योजना का लाभ

जिला चंबा में पशुओं का रिकॉर्ड ऑनलाइन दर्ज होगा। इससे काफी हद तक बेसहारा पशुओं से भी लोगों को निजात मिलेगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Nov 2018 03:07 PM (IST) Updated:Sat, 10 Nov 2018 03:07 PM (IST)
ऑनलाइन होगा पशुओं का आंकड़ा, मिलेगा हर योजना का लाभ
ऑनलाइन होगा पशुओं का आंकड़ा, मिलेगा हर योजना का लाभ

- 31 दिसंबर तक जिले में पंचायत स्तर पर की जाएगी गिनती, पशु चिकित्सकों को पशुओं की जनगणना के निर्देश रणवीर ¨सह, चंबा

किसानों को बेसहारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए पशुपालन विभाग ने पशुओं का ऑनलाइन पंजीकरण शुरू कर दिया है। इसके तहत पंचायत स्तर पर पशुओं का पंजीकरण किया जाएगा। पशुपालन विभाग ने पंचायतों में पशु औषधालय में तैनात पशु चिकित्सकों को पशुओं की जनगणना के निर्देश दिए हैं। पशुपालन विभाग दिसंबर माह तक जिले में पशु जनगणना के कार्य को पूरा करेगा। इसके बाद पशुओं की जनगणना को ऑनलाइन किया जाएगा ताकि प्रदेश सरकार की मुख्य योजनाओं का लाभ पशुपालकों को मिल सके।

जनगणना के बाद पंचायतों में काफी हद तक बेसहारा पशुओं से भी निजात मिलेगी। पशु जनगणना के दौरान पशुपालक का आधार व मोबाइल नंबर भी ऑनलाइन किया जाएगा। ताकि अगर किसी पशु को दवाई व अन्य योजना का लाभ दिया जाता है तो उसकी जानकारी सरकार के उच्च अधिकारियों को भी मिल सके। वहीं, पंजीकरण के बाद जिन पशुओं के कान में टोकन नहीं लगाए गए हैं उन्हें टोकन लगाए जाएंगे। ताकि पशुओं के बारे में नंबर से पशुपालक का पता लगाया जा सके। जिन पशुओं में टोकन नहीं लगाए हैं उन्हें उपचार के दौरान टोकन लगाए जाएंगे। टोकन से जहां बेसहारा पशुओं से निजात मिलेगी, वहीं अगर कोई पशुपालक अपने पशुओं को बेसहारा छोड़ता है तो उसके खिलाफ पंचायत स्तर पर कार्रवाई भी की जाएगी। हजारों पशुपालकों को होगा लाभ

पशु पंजीकरण योजना के शुरू होने से जिले के हजारों पशुपालकों को लाभ मिलेगा। सरकार द्वारा चंबा में पांच वर्ष के बाद पशु जनगणना की जा रही है। ताकि जिले में पशुओं के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। वहीं खासतौर पर गाय की नस्ल के बारे में भी जानकारी जुटाई जाएगी। ताकि लोगों को गाय की उच्चतम नस्ल के बारे में जानकारी दी जा सके। निदेशालय से आए निर्देश के तहत सभी पशु चिकित्सालयों व औषधालय में तैनात स्टाफ को पंचायतों के माध्यम से किसानों को 31 दिसंबर से पहले पशुओं का पंजीकरण करवाने की जानकारी देने के निर्देश दिए हैं। 31 दिसंबर के बाद पशुओं का रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जाएगा। जिन पशुओं में टोकन नहीं लगाए गए हैं उन्हें टैग लगाने का कार्य भी शुरू किया जाएगा।

रवि प्रकाश, पशुपालन विभाग अधिकारी चंबा।

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