श्रोताओं के बगैर बे-रौनक मिंजर की शाम

By Edited By: Publish:Fri, 01 Aug 2014 01:00 AM (IST) Updated:Fri, 01 Aug 2014 01:00 AM (IST)
श्रोताओं के बगैर बे-रौनक मिंजर की शाम

जागरण संवाददाता, चंबा : मिंजर मेले की पहली चार संध्याओं में ज्यादातर पंडाल खाली रहा है। गायक बुलंद आवाज से मंच जगा तो गए मगर तालियों की तारीफ उन्हें नहीं मिल पाई। सांस्कृतिक संध्या में कम उपस्थिति के लिए अब घरों में लाइव प्रसारित हो रहे कार्यक्रम को भी इसका जिम्मेवार माना जा रहा है। लोग कार्यक्रम का आनंद घरों में बैठकर उठा रहे हैं और प्रशासन का मंच खाली छूट रहा है। करीब साढ़े आठ बजे के बाद ही गण्यमान्य के लिए बना मंच भर रहा है और इससे पूर्व के सभी कलाकार खाली पंडाल को गीत सुनाकर लौट रहे हैं।

लोगों का मानना है कि पूर्व में मिंजर मेले के दौरान दिलेर मेहंदी को चंबा बुलाया गया था। लेकिन उनका एक निजी कंपनी से अनुबंध होने के कारण गायक कलाकार दिलेर मेहंदी ने लाइव कवरेज को बंद करवा दिया था। जिसके बाद चौगान में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई थी और तिल धरने लायक भी जगह नहीं बच पाई थी। चंबा में अब तक मिंजर मेले में जितनी भी सांस्कृतिक संध्याएं हुई हैं वे दिलेर मेहंदी का रिकार्ड नहीं तोड़ पाई हैं और उन संध्याओं के बाद कभी भी लाइव कार्यक्रम को चंबा में नहीं रोका गया है। प्रशासन ने मिंजर मंच पर दो हजार लोगों के लिए जमीन पर बैठने का प्रबंध किया है। जिसके लिए लाखों रुपये का डोम तैयार किया गया है, ताकि बारिश के बावजूद दर्शक आसानी से जमीन पर बैठ कर कार्यक्रम का आनंद ले सकें। बाहरी तत्व मिंजर मेले की संध्या में खलल न डाल सकें इसके लिए बकायदा सुरक्षा कर्मियों की भी तैनाती चारों तरफ की गई है। मगर मिंजर की संध्याओं में अब तक श्रोताओं से ज्यादा भीड़ सुरक्षा कर्मियों की ही नजर आ रही है। उधर, प्रशासन ने आने वाले दिनों में मिंजर मेले में भीड़ जुटने और मेले के अधिक बेहतर होने की संभावना व्यक्त की है।

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