मिंजर मेले की नहीं बिकी दस फीसद दुकानें

By Edited By: Publish:Tue, 22 Jul 2014 01:09 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jul 2014 01:09 AM (IST)
मिंजर मेले की नहीं बिकी दस फीसद दुकानें

राकेश शर्मा, चंबा

आतंकवाद की अफवाह का असर मिंजर मेले के कारोबार पर नजर आ रहा है। करोड़ों रुपये के कारोबार वाले इस अंतरराष्ट्रीय मेले से ठीक पहले उड़ी अफवाह की वजह से दिल्ली, पंजाब व जम्मू-कश्मीर समेत अन्य कई राज्यों से आने वाले व्यापारियों ने अपने कदम रोक लिए हैं। अकेले चौगान नंबर एक व दो में 270 से अधिक व्यापारियों को जगह देने का बंदोबस्त किया गया है। मिंजर आयोजन को सिर्फ छह दिन बाकी बचे हैं और अब तक सिर्फ 25 व्यापारियों ने ही मिंजर में बाजार लगाने के लिए जगह हासिल की है जो कुल दुकानों का दस फीसद भी नहीं है। ऐसे में व्यापार की सफलता पर सवाल उठने लगे हैं।

प्रशासन भी अफवाह की वजह से खासा चिंतित नजर आ रहा है। मेले के आयोजन के संबंध में प्रशासन पिछले करीब दो महीनों से तैयारी कर रहा था और इसके लिए लंबे-चौड़े इंतजाम किए गए थे। प्रशासन ने 65 लाख रुपये में चौगान को नीलाम कर यहां दुकानें लगाने की इजाजत पंजाब की सेठी फर्म को दी थी। चौगान नंबर एक में 200 से ज्यादा दुकानें लगाने का प्रबंध किया गया है, जबकि 70 से अधिक दुकानों की व्यवस्था चौगान नंबर दो में की गई है। अब तक सिर्फ 25 ही व्यापारी इन दुकानों को लेने के लिए चंबा पहुंच पाए हैं। यदि मिंजर मेले में इस बार उम्मीद से कम व्यापारी पहुंचते हैं तो लाखों रुपये की लागत से डोम तैयार करने वाले व्यापारियों को घाटा उठाना पड़ सकता है। हालांकि प्रशासन ने दावा किया है कि चंबा में सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता हैं और किसी भी व्यापारी को घबराने की जरूरत नहीं है। अब प्रशासन व चौगान को खरीदने वाले व्यापारियों के पास सिर्फ छह दिन बाकी हैं। रविवार को जैसे ही पहली मिंजर शुरू होगी यह तय हो जाएगा कि इस बार चंबा में मिंजर का हश्र क्या होगा।

पक्की सुरक्षा का वादा करते हैं

किसी भी व्यापारी को घबराने की जरूरत नहीं है। प्रशासन ने जिला में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हैं। मिंजर मेले से पूर्व उड़ी अफवाह का सीधा असर व्यापार पर पड़ रहा है मगर चंबा में आतंकवादी होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। जम्मू-कश्मीर की घटना को चंबा के साथ जोड़कर पेश किया गया है। यह बात बिल्कुल मिंजर से पहले सामने आई है। प्रशासन का लोगों से वादा है कि उन्हें किसी भी तरह की हानि नहीं पहुंचने दी जाएगी। व्यापारी बेफिक्र होकर चंबा आ सकते हैं।

संदीप कदम, उपायुक्त चंबा।

कारोबारियों को उठाना पड़ेगा घाटा

व्यापारी वर्ग चंबा आने से परहेज कर रहा है। मिंजर मेले से पूर्व उड़ी अफवाह की वजह से यह असर देखने को मिला है। अब तक सिर्फ 25 व्यापारियों ने दुकानें हासिल की हैं। मिंजर से दो दिन पूर्व बाजार लग जाता था। इस बार मिंजर से पूर्व ऐसी कोई व्यवस्था नजर नहीं आ रही है। इसका खामियाजा उन कारोबारियों को उठाना पड़ेगा, जिन्होंने भारी भरकम पैसे खर्च कर मिंजर में डोम की खरीद की है।

डोम ठेकेदार, सेठी टेंट्स अमृतसर

chat bot
आपका साथी