खड्ड के उफान व नेताओं की अनदेखी ने खतरे में डाली बच्चों की जान

बारिश का कहर और जरूरी सुविधाओं के अभाव ने स्कूल गए बच्चों की जान खतरे में डाल दी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 09:47 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 09:47 PM (IST)
खड्ड के उफान व नेताओं की अनदेखी ने खतरे में डाली बच्चों की जान
खड्ड के उफान व नेताओं की अनदेखी ने खतरे में डाली बच्चों की जान

संवाद सहयोगी, बरठीं

बारिश का कहर और जरूरी सुविधाओं के अभाव ने स्कूल गए बच्चों की जान खतरे में डाल दी। दो दिन तक बच्चे अपने घरों से दूर रहे। मुसीबत की घड़ी में दूसरे लोगों के घरों में आश्रय लेकर जान बचाई। उधर अपने बच्चों के घर न लौटाने पर परिजनों का क्या हाल हुआ होगा यह तो वहीं जानते हैं। परिजन किसे दोष दें, सरकार को, जनप्रतिनिधियों या फिर भगवान को।

ग्राम पंचायत घंडीर के टप्पे, दधोग और कुजेल गांव के सात बच्चे दो दिन बाद अपने घर पहुंचे। इन बच्चों को उनके अभिभावकों ने पांच किलोमीटर घूमकर दूसरी ओर से जाने वाले रास्ते पर संभाला और इन्हें घर ले आए। तीन किलोमीटर का सफर पैदल तय करके घर पहुंचे। बच्चे शनिवार सुबह सिर खड्ड से होकर कलोल और भड़ोली कलां स्कूल के लिए गए थे। बारिश ज्यादा होने की वजह से सिर खड्ड पूरे उफान थी। खड्ड पर पुल न होने के कारण बच्चे रास्ते में ही फंस गए और घर नहीं लौट सके। गनीमत रही बच्चे बाढ़ की चपेट में नहीं आए। बच्चों ने अन्य लोगों के घर में शरण लेकर अपनी जान बचाई। गांव की इस दशा का सरकार और विधायकों को पता है परंतु कोई कुछ नहीं कर रहा है। इस गांव के लोगो को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया जाता है। इसके बाद सब भूल जाते हैं।

पल्लवी पुत्री राजेश, अभिषेक पुत्र राजेश, पंकज पुत्र सदा राम, कीर्ति पुत्री बिशन दास, पियूष पुत्र बिशन दास, विशाल पुत्र रतन चंद, पूजा पुत्री रतन चंद ये सब बच्चे आठवीं, नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं व 12वीं कक्षा में पढ़ते हैं। खड्ड उफान पर होने के कारण अपने घरों को नहीं लौट पाए। दो दिन बाद घर पहुंचे।

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आज तक नहीं बना

खड्ड पर पुल न होने कारण ग्राम पंचायत घंडीर के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मानसून आने पर यहां के लोग अन्य क्षेत्रों से पूरी तरह से कट जाते हैं। लोगों में नेताओं के खिलाफ भारी रोष है। लोगों का कहना है कि चुनाव के दौरान पार्टियों इस पंचायत के लोगों को सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करते हैं। उनकी प्रमुख समस्याओं का समाधान कोई नहीं करता है। भारी बारिश के कारण उफान पर रही खड्ड को पार करते समय बच्चों के साथ कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था। आज तक नेताओं ने सिर्फ आश्वासन ही दिए हैं। उनकी समस्या का किसी ने समाधान नहीं किया।

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इस गांव की समस्या मेरे ध्यान में है। सड़क का कार्य बरसात के बाद शुरू करवा दिया जाएगा। पुल के लिए भी जल्द ही प्रपोजल रखा जाएगा।

जेआर कटवाल, विधायक

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