चरस मामले में उलझ गई जांच

By Edited By: Publish:Wed, 30 Jul 2014 01:00 AM (IST) Updated:Wed, 30 Jul 2014 01:00 AM (IST)
चरस मामले में उलझ गई जांच

जागरण संवाददाता, बिलासपुर : सदर थाने के तहत गांव बलोह में एक व्यक्ति के घर के पास खेत से बरामद की गई डेढ़ किलोग्राम से ज्यादा चरस बरामदगी का मामला आज पुलिस का अन्वेषण किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले ही उलझकर रह गया। संदेह के दायरे में लिए गए एक परिवार ने पूरे मामले को अपने ही एक रिश्तेदार की ओर से रचे गए षडयंत्र करार देते हुए इस मामले में एसपी बिलासपुर व डीजीपी हिमाचल पुलिस से जल्द ही मिलकर शिकायत करके जांच करवाने की मांग कर दी है। सोमवार तड़के सवेरे शिमला से आई सीआइडी की टीम ने लखनपुर से आगे हाईवे के किनारे पर बसे हुए बलोह गांव में अचानक सवेरे ही प्रेम लाल के घर में चरस होने का संदेह जताते हुए दबिश दी। सीआइडी ने दावा किया कि उसने प्रेमलाल के घर के पास ही स्थित एक खेत में लकड़ियों के ढेर से चरस बरामद की है ओर इस मामले में प्रेम लाल को संदेह के दायरे में लिया गया। उधर, प्रेमलाल की ओर से दी गई विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि वह वारदात के वक्त मौके पर था ही नहीं। उसकी सास की मृत्यु हुई थी और वह वहां पर गया हुआ था।

प्रेम लाल ने सीआइडी की ओर से दी गई दबिश के बाद सामने आए घटनाक्रम पर विज्ञप्ति के जरिए टिप्पणी करते हुए कहा कि असल में उसकी बेटी की शादी कुछ वर्ष पहले नमहोल के रहने वाले हिमाचल पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात बाबू राम के बेटे के साथ हुई थी। बाबू राम व उसका परिवार प्रेम लाल की बेटी को शादी के कुछ महीनों के बाद तंग करने लगा था। इसके बाद पुलिस में शिकायत भी की गई। प्रेम लाल ने आरोप लगाया कि उसने व उसके परिवार ने कभी भी नहीं सोचा था कि इस तरह की पारिवारिक विवाद की रंजिश को निकालने के लिए बाबू राम इस तरह का कथित षडयंत्र रचेगा। प्रेम लाल ने सरकार व पुलिस के उच्चाधिकारियोंसे मांग की है कि इस टीम में शामिल पुलिस कर्मियों की कॉल डिटेल्ज भी जांची जाए ताकि पता चल सके कि असल में यह षड्यंत्र कैसे रचा गया है। इधर, बाबू राम ने तमाम आरोपों से इंकार करते हुए कहा है कि वह तो अपनी ड्यूटी के स्थान पर डयूटी कर रहे हैं। न तो उन्होंने किसी को पहले धमकाया था और न ही मौजूदा घटनाक्रम में उनकी कोई भूमिका है।

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