संभव हो सकता है कृत्रिम ब्रेन का विकास

बायोनिक हाथ-पैरों की तरह अब वैज्ञानिकों ने एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक मेमोरी सेल बनाने का दावा किया है, जो मानव मस्तिष्क की तरह काम करने में सक्षम है। यह मेमोरी सेल मस्तिष्क की तरह ही एक साथ कई प्रक्रियाओं को अंजाम देने और अलग-अलग तरह की सूचनाओं का संग्रह करने में

By Babita kashyapEdited By: Publish:Mon, 09 Nov 2015 03:36 PM (IST) Updated:Mon, 09 Nov 2015 03:38 PM (IST)
संभव हो सकता है कृत्रिम ब्रेन का विकास

बायोनिक हाथ-पैरों की तरह अब वैज्ञानिकों ने एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक मेमोरी सेल बनाने का दावा किया है, जो मानव मस्तिष्क की तरह काम करने में सक्षम है। यह मेमोरी सेल मस्तिष्क की तरह ही एक साथ कई प्रक्रियाओं को अंजाम देने और अलग-अलग तरह की सूचनाओं का संग्रह करने में सक्षम है। ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न स्थित आरएमआइटी यूनिवर्सिटी के माइक्रोनैनो रिसर्च फैकल्टी में हुए इस शोध में वैज्ञानिक मानव मस्तिष्क का इलेक्ट्रॉनिक प्रतिरूप बनाने के बेहद $करीब पहुंच गए है। यह सफलता बायोनिक मस्तिष्क बनाने की दिशा में बड़ी उपलब्धि है। बायोनिक मस्तिष्क विकसित कर सकने के बाद वैज्ञानिक अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसी गंभीर न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के कारण जानकर सफल इलाज कर सकने में सक्षम हो सकते हैं।

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