बदहाली की दास्तां बयां कर रहा है सेक्टर-17

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सेक्टर-17 की बदहाल सड़कों के कारण स्थानीय निवासियों को पर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Mar 2017 11:53 PM (IST) Updated:Sun, 12 Mar 2017 11:53 PM (IST)
बदहाली की दास्तां बयां कर रहा है सेक्टर-17
बदहाली की दास्तां बयां कर रहा है सेक्टर-17

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सेक्टर-17 (वार्ड छह) की बदहाल सड़कों के कारण स्थानीय निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिससे लोगों में प्रशासन के विरूद्ध खासा रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि वे मूलभूत सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं। क्योंकि सेक्टर की सड़कें पुरानी बनी होने के कारण जर्जर हो चुकी हैं। जिनमें से बजरी बाहर निकल रही है। इससे पैदल राहगीर फिसलकर चोटिल होते हैं। इसके अलावा पार्क की स्थिति भी दयनीय हो चुकी है। जिसकी सफाई करने कोई कर्मी नही आता है। इसमें बैठने के बैंच टूटे हुए है। जिससे सैर करने के लिए आने वाले बुर्जुगों को काफी दिक्कत होती है। लोगों का कहना है कि यहां सीवरेज व्यवस्था भी चरमराई हुई है। प्रोपर्टी टैक्स अदायगी के बावजूद मूलभूत सुविधाएं नदारद हैं। जिसकी शिकायत सेक्टरवासी कई बार निगम कार्यालय में कर चुके हैं। लेकिन अधिकारी मूक बने हुए हैं। उनकी मांग है कि निगम अधिकारी इन समस्याओं की ओर ध्यान देकर उन्हें निजात दिलाएं।

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फोटो- 19 सी

वाहन चालकों को परेशानी होती है

अशोक छाबड़ा का कहना है कि सेक्टर में केबल की तारें टूटकर सड़कों पर बिखरी हुई हैं। जिससे वाहन चालकों को परेशानी होती है। इसकारण वे कई बार गिरकर चोटिल भी हो जाते हैं। सड़क किनारे झाड़ियां उगी हुई हैं, जिन्हें कटवाया नही जा रहा है।

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फोटो- 19 डी

बंद हो चुके हैं रेन वाटर गटर

रामआसरा भारद्वाज का कहना है कि रेन वाटर गटर गंदगी भरने के कारण बंद हो चुके हैं। जिससे बारिश के दिनों में काफी दिक्क्त होती है। पार्कों की सफाई स्वयं ही करवानी पड़ती है। इसका खर्चा अपनी जेब से अदा करना पड़ता है। शिकायत करने के बावजूद समस्या ज्यों की त्यों है।

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फोटो- 19 ई

शिकायत पर गौर नही करते अधिकारी

सुरजीत ¨सह का कहना है कि पुराने पेड़ों की टहनियां बिजली की तारों को छू रही हैं। यह शिकायत निगम अधिकारियों व बिजली विभाग को दी जा चुकी है। लेकिन इसकी छंटाई नही करवाई जा रही है। जबकि निगम प्रोपर्टी टैक्स वसूल रहा है।

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फोटो- 19 एफ

नाले का पानी स्कूल में आ जाता है

सतपाल का कहना है कि सेक्टर के निगम दायरे में आने के बाद बदहाली ज्यादा हुई है। यहां पास से नाला गुजर रहा है। इसका पानी ओवरफ्लो होकर स्कूल में आ जाता है। इसकारण अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से डरते हैं।

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फोटो- 19 जी

टैक्स अदायगी के बावजूद मूलभूत सुविधाएं नही

हरपाल कोहली का कहना है कि प्रोपर्टी टैक्स अदा करने के बावजूद सेक्टर की दुर्दशा ज्यादा है। इसकी शिकायत करने पर भी कोई अधिकारी नही सुनता। अब तो थक चुके हैं, कहां शिकायत करें कुछ समझ में नही आता।

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क्या कहना है निगम जेइ का

इस बारे में निगम के जूनियर इंजीनियर रवि ओबराय का कहना है कि इस सेक्टर को छह महीने पहले ही निगम में शामिल किया गया है। इन समस्याओं से निगम परिचित है। लेकिन बजट न होने के कारण विकास कार्य रुके हुए हैं। फाइल सरकार के पास भेजी गई है। फंड उपलब्ध होने में समय लग सकता है। इसकी उपलब्धता उपरांत विकाय कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर संपन्न करवाया जाएगा।

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