एचटेट में लापरवाही, कई केंद्रों पर काम नहीं कर रहे थे जैमर, बोर्ड से भेजी गई शिकायत

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (भिवानी) की तरफ से जगाधरी और यमुनानगर में 5 व 6 जनवरी को कराई गई हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटेट) में लापरवाही का मामला सामने आया है। पुख्ता सुरक्षा प्रबंधों के दावों पर सवाल उठे रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jan 2019 12:51 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jan 2019 12:51 AM (IST)
एचटेट में लापरवाही, कई केंद्रों पर काम नहीं कर रहे थे जैमर, बोर्ड से भेजी गई शिकायत
एचटेट में लापरवाही, कई केंद्रों पर काम नहीं कर रहे थे जैमर, बोर्ड से भेजी गई शिकायत

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (भिवानी) की तरफ से जगाधरी और यमुनानगर में 5 व 6 जनवरी को कराई गई हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटेट) में लापरवाही का मामला सामने आया है। पुख्ता सुरक्षा प्रबंधों के दावों पर सवाल उठे रहे हैं। कई परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने के लिए लगाए गए मोबाइल जैमर काम नहीं कर रहे थे। जैमर के काम न करने का फायदा टेस्ट देने आए भावी टीचर उठा सकते थे। हो सकता है नकल हुई भी हो। जिले के अधिकारियों ने इसकी शिकायत हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी से की है।

फ्लाइंग ने मोबाइल पर बात कर देखी थी

एचटेट को नकलरहित बनाने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। 21 केंद्रों पर मोबाइल जैमर भी लगाए गए थे, ताकि कोई मोबाइल और अन्य डिवाइस के माध्यम से नकल न कर सके, परंतु दोनों दिन कुछ परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल जैमर काम नहीं कर रहे थे। जैमर काम कर रहे हैं या नहीं, ये जांचने के लिए फ्लाइंग टीमों ने खुद अपने मोबाइल से कॉल कर देखी थी। टेस्ट के दौरान मोबाइल फोन मिल रहे थे और उनसे बात भी हो रही थी। फ्लाइंग टीमों ने जब इस बारे में जैमर लगाने वाले कर्मचारियों से बात की थी तो उन्हें बताया गया कि ये जैमर केवल टू-जी और थ्री-जी नेटवर्क पर ही काम करते हैं। फोर-जी मोबाइल के सिग्नल को जैमर पकड़ नहीं पाता। यदि ये सही है तो एक बात स्पष्ट है कि जिस कंपनी को बोर्ड ने ठेका दिया था, उसके पास पुराने जैमर थे। क्योंकि वर्तमान में ज्यादातर लोग फोर-जी मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं। टू-जी मोबाइल तो शायद ही वर्तमान में किसी युवक के हाथ में हो। जैमर काम नहीं कर रहे थे या फिर जानबूझ कर इन्हें बंद किया गया ये भी जांच का विषय है।

ऐसे काम करता है जैमर

हमारा मोबाइल पास के टावर से कनेक्ट रहता है। जब हम किसी को कॉल करते हैं, तो सिग्नल मोबाइल टावर तक जाते हैं और टावर वापस मोबाइल के पास सिग्नल भेजता है। मोबाइल फोन जैमर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होती है, जो किसी स्पेशल एरिया के अंदर सिग्नल के भेजने और रिसीव पर रोक लगा देती है। जब कहीं पर कोई एग्जाम होता है, तब वहां पर जैमर लगा दिया जाता है, ताकि किसी को कोई कॉल न कर सके और न इंटरनेट का प्रयोग किया जा सके। 5 और 6 जनवरी को जिले में एचटेट 15106 भावी टीचरों को बैठना था। सुबह 10 से दोपहर 12.30 बजे और दोपहर तीन से 5.30 बजे तक दो चरणों में होने वाली इस परीक्षा के लिए कुल 21 सेंटर बनाए गए थे। 5 जनवरी को 15 सेंटरों पर पीजीटी लेवल-तीन का टेस्ट 4565, छह जनवरी को टीजीटी लेवल-दो के लिए 6510 तथा दोपहर बाद 4030 भावी टीचरों को प्राइमरी टीचर लेवल-एक की परीक्षा देनी दी। उनमें से कुछ आवेदक अनुपस्थित रहे थे। बोर्ड से शिकायत की है : अनुप

उप जिला शिक्षा अधिकारी अनुप कुठियाला का कहना है कि यह सही है कि एचटेट के दौरान कुछ केंद्रों पर जैमर काम नहीं कर रहे थे। जांचने के लिए फ्लाइंग टीमों ने अपने मोबाइल से बात भी की थी। इसकी जानकारी उन्होंने डीसी और बोर्ड सदस्यों की फ्लाइंग टीम को भी दी थी। जैमर के काम नहीं करने की लिखित शिकायत उन्होंने बोर्ड से की है।

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