माता-पिता को तीर्थ पर ले गए श्रवण कुमार

छलौर में श्री रामलीला रामा क्लब छलौर की ओर से आयोजित रामलीला का शुभारंभ सरपंच मांगेराम पाल व समस्त पंचों ने रिबन काटकर किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 09 Oct 2018 12:59 AM (IST) Updated:Tue, 09 Oct 2018 12:59 AM (IST)
माता-पिता को तीर्थ पर ले गए श्रवण कुमार
माता-पिता को तीर्थ पर ले गए श्रवण कुमार

संवाद सहयोगी, बिलासपुर : छलौर में श्री रामलीला रामा क्लब छलौर की ओर से आयोजित रामलीला का शुभारंभ सरपंच मांगेराम पाल व समस्त पंचों ने रिबन काटकर किया। रामलीला में श्रवण द्वारा अपने अंधे माता-पिता को तीर्थ यात्रा करवाने का प्रसंग संगीतमयी ढंग से दिखाया गया।

यात्रा के दौरान मार्ग में श्रवण के माता-पिता ने पानी पीने की इच्छा जताई। श्रवण पास से गुजर रही सरयु नदी में पानी लेने गया उसी समय राजा दशरथ जंगल में शिकार करता हुआ सरयु नदी के तट के समीप पंहुचा। श्रवण ने पानी का लौटा भरने के लिए सरयु नदी के जल में डुबोया और लोटे में पानी भरने की आवाज राजा दशरथ को सुनाई दी। जंगली जानवर की आशंका पर दशरथ ने आवाज की दिशा में बाण चला दिया। बाण सीधा श्रवण की छाती में लगा। राजा दशरथ श्रवण की हालत देखकर विचलित हो गए और उसके माता-पिता के पास पानी लेकर गया। श्रवण के बारे में पूछे जाने पर जब राजा दशरथ कुछ बता पाए तो उन्होंने दशरथ को श्राप देते हुए कहा कि जिस तरह वे पुत्र वियोग में तड़प रहे हैं, उसी प्रकार तुम भी पुत्र वियोग में विलाप करोगे। रामलीला में र¨वद्र कश्यप, शिवदत कांबोज का सहयोग रहा।

chat bot
आपका साथी