जिला परिषद कार्यालय की शोभा बढ़ा रहे दो लाख रुपये से खरीदे मास्क

लोगों को देने के लिए जिला परिषद ने दो लाख रुपये से मास्क खरीदे थे। कई सप्ताह पहले खरीदे गए मास्क जिला परिषद कार्यालय की शोभा बढ़ा रहे हैं। ये मास्क अभी तक लोगों को नहीं दिए गए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 06:05 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 06:05 AM (IST)
जिला परिषद कार्यालय की शोभा बढ़ा रहे दो लाख रुपये से खरीदे मास्क
जिला परिषद कार्यालय की शोभा बढ़ा रहे दो लाख रुपये से खरीदे मास्क

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कोरोना वायरस की अभी तक कोई दवाई नहीं बनी है इसलिए केंद्र व प्रदेश सरकार लोगों से मास्क पहनने की अपील कर रही है। लोगों को देने के लिए जिला परिषद ने दो लाख रुपये से मास्क खरीदे थे। कई सप्ताह पहले खरीदे गए मास्क जिला परिषद कार्यालय की शोभा बढ़ा रहे हैं। ये मास्क अभी तक लोगों को नहीं दिए गए। पार्षदों का कहना है कि लोगों को मास्क की जरूरत तो अब है, तो क्या ये कोरोना महामारी खत्म होने के बाद लोगों को दिए जाएंगे। पार्षदों के माध्यम से बांटने थे मास्क :

जिला परिषद के 18 वार्ड हैं। 13 जुलाई को जब जिला परिषद हाउस की मीटिंग कार्यालय में हुई थी तो निर्णय लिया गया था लोगों को कोरोना वायरस बीमारी से बचाने के लिए मास्क व सैनिटाइजर बांटे जाएं। यह प्रस्ताव हाउस में पास हुआ था और इसके लिए सात लाख रुपये का बजट रखा गया था। इसमें से दो लाख रुपये के मास्क जिप अधिकारियों ने खरीदे। कपड़े के ये मास्क बंद बोरियों में अभी तक जिला परिषद कार्यालय में पड़े हैं। परंतु अभी तक इन्हें न तो पार्षदों को दिया गया और न ही लोगों में बांटे गए। बाद में मास्क का क्या करेंगे :

जिप उपाध्यक्ष अनिल संधू, पार्षद धर्मपाल तिगरा, शमीम खान का कहना है कि हाउस की बैठक में सर्वसम्मति से मास्क खरीदने पर मुहर लगी थी। मास्क अब दिनचर्या बन गया है। ग्रामीण क्षेत्र में काफी लोग ऐसे हैं जो मास्क नहीं खरीद सकते। काफी लोग कई दिन तक एक ही मास्क लगाकर रखते हैं। कई दिन से मास्क कार्यालय में ऐसे ही पड़े हैं। वे कई बार कार्यालय में आना जाना कर चुके हैं परंतु अभी तक किसी ने भी उन्हें मास्क नहीं दिए। जिप चेयरमैन सोहन लाल का कहना है कि यदि लोगों को अब मास्क नहीं मिले तो वे बाद में क्या करेंगे। जल्द दिए जाएंगे मास्क : प्रदीप चोपड़ा

जिला परिषद के अकाउंटेंट प्रदीप चोपड़ा का कहना है कि लोगों में बांटने के लिए मास्क खरीदे गए हैं। जैसे ही पार्षद कार्यालय में आएंगे उन्हें मास्क दे दिए जाएंगे ताकि वे अपने स्तर पर गांवों में बंटवा सकें।

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