सीएम विडो पर शिकायत करने वाले लोग परेशान, ए-फोर पेपर पर टाइप कराने को बोल रहे कर्मचारी

जिला सचिवालय में सीएम विडो पर शिकायत का समाधान होने से पहले लोगों को परेशानी से दो-चार होना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 07:50 AM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 07:50 AM (IST)
सीएम विडो पर शिकायत करने वाले लोग परेशान, ए-फोर पेपर पर टाइप कराने को बोल रहे कर्मचारी
सीएम विडो पर शिकायत करने वाले लोग परेशान, ए-फोर पेपर पर टाइप कराने को बोल रहे कर्मचारी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

जिला सचिवालय में सीएम विडो पर शिकायत का समाधान होने से पहले लोगों को परेशानी से दो-चार होना पड़ रहा है। सीएम विडो पर कार्यरत कर्मचारी लोगों से कर्मचारी कह रहे हैं कि वह शिकायत को ए-फोर पेपर पर टाइप करा या लिख कर लाएं। इससे सबसे ज्यादा दिक्कत उन लोगों को है जो लीगल पेपर पर शिकायत टाइप कराते हैं। जानकारी के अभाव में उन्हें शिकायत को दोबारा ए-फोर पेपर पर टाइप कराना पड़ रहा है। जिससे उनका समय और पैसा दोनों खर्च हो रहे हैं।

साइज में ए-फोर से बड़ा होता है लीगल पेपर :

शिकायतकर्ता अपनी शिकायत को अक्सर टाइपिस्ट या कंप्यूटर आप्रेटर से टाइप कराते हैं। अक्सर टाइपिस्ट लीगल पेपर पर शिकायत प्रिट करते हैं। क्योंकि लीगल पेपर ए-फोर पेपर से थोड़ा सा बड़ा होता है। टाइपिस्ट प्रति पेज के हिसाब से रुपये लेते हैं। कम रुपये देने पड़े ऐसे में शिकायतकर्ता लीगल पेज पर ही शिकायत को टाइप करा लेते हैं। हस्ताक्षर कराने के लिए करनी पड़ रही भागदौड़ :

कुछ शिकायतें ऐसी होती हैं जो पूरे गांव, मोहल्ले या गली में रहने वाले लोगों की एक सी होती हैं। शिकायत को टाइप कराने के बाद लोग उस पर सामूहिक रूप से अपने हस्ताक्षर कर देते हैं। जिन लोगों ने लीगल पेपर पर हस्ताक्षर किए थे उन शिकायतों को लिया नहीं जा रहा। उन्हें दोबारा ए-फोर पेपर पर टाइप कराना पड़ रहा है। फिर इस पर हस्ताक्षर कराने के लिए लोगों के पीछे-पीछे भागना पड़ रहा है। यदि कोई अपने काम पर या बाहर चला गया तो अगले दिन ही उसके हस्ताक्षर हो पाएंगे। शिकायत को फोटो कापी भी नहीं करवा सकते। क्योंकि कापी कराने पर वह मूल प्रति नहीं रहती। करेहड़ा खुर्द निवासी महिद्र ने बताया कि वह अपने गांव की समस्या की शिकायत लेकर सीएम विडो पर गया था। परंतु उसे साफ कह दिया गया कि पहले शिकायत को ए-फोर पेपर पर टाइप करवा कर लाओ। उसे इसके लिए 30 रुपये देने पड़े। विजय नगर कालोनी के मोहित के साथ भी ऐसा ही हुआ। यह है परेशानी की मूल वजह :

सीएम विडो पर जो शिकायत आती है उसे स्कैन करना होता है। स्कैन कापी को पोर्टल पर अपलोड करना पड़ता है। विडो पर प्रशासन ने जो प्रिटर कम स्कैनर रखा हुआ है वह आमतौर पर सामान्य है, जिसमें केवल एक-फोर पेपर ही स्कैन हो पाता है। लीगल पेपर को इसमें रखते हैं तो लंबाई अधिक होने के कारण वह बाहर निकल जाता है। जिसे स्कैन करने में कर्मचारियों को दिक्कत आती है। इसलिए लोगों को एक-फोर पेपर पर शिकायत टाइप कराने को कहा जा रहा है। इसकी जानकारी नहीं है : निशा यादव

सिटीएम निशा यादव का कहना है कि सीएम विडो पर लोगों को ए-फोर पेपर पर शिकायत करने के लिए बाध्य किया जा रहा है इसकी जानकारी नहीं है। वह इस बारे में पता करके बताएंगी।

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