नजमा हत्याकांड : हत्यारोपित सब इंस्पेक्टर को भेजा जेल, स्कार्पियो बरामद

पांच माह की गर्भवती पत्नी 28 वर्षीय नजमा के हत्यारोपित रेलवे प्रोटेक्शन सेफ्टी फोर्स (आरपीएसएफ) के सब इंस्पेक्टर अफसर अली का रिमांड वीरवार को पूरा हो गया। उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। सीआइए वन के इंचार्ज राकेश मटोरिया ने बताया कि आरोपित ने जिस गाड़ी से अपनी पत्नी नजमा को टक्कर लगवाई थी। उस स्कार्पियो गाड़ी को पुलिस ने बरामद कर लिया है। यह गाड़ी आरोपित के परिवार के नाम पर है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 07:14 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 07:14 AM (IST)
नजमा हत्याकांड : हत्यारोपित सब इंस्पेक्टर को भेजा जेल, स्कार्पियो बरामद
नजमा हत्याकांड : हत्यारोपित सब इंस्पेक्टर को भेजा जेल, स्कार्पियो बरामद

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

पांच माह की गर्भवती पत्नी 28 वर्षीय नजमा के हत्यारोपित रेलवे प्रोटेक्शन सेफ्टी फोर्स (आरपीएसएफ) के सब इंस्पेक्टर अफसर अली का रिमांड वीरवार को पूरा हो गया। उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। सीआइए वन के इंचार्ज राकेश मटोरिया ने बताया कि आरोपित ने जिस गाड़ी से अपनी पत्नी नजमा को टक्कर लगवाई थी। उस स्कार्पियो गाड़ी को पुलिस ने बरामद कर लिया है। यह गाड़ी आरोपित के परिवार के नाम पर है। इस वारदात में आरोपित का चचेरा भाई असलम व दो अन्य युवक भी शामिल थे। उनकी तलाश की जा रही है।

मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के गांव जाफराबाद निवासी अफसर अली यहां आरपीएसएफ नौवीं वाहिनी जगाधरी वर्कशाप में एसआइ के पद पर तैनात था। इसके बाद भी वह यहां पत्नी नजमा के साथ पृथ्वीनगर कालोनी में किराये के मकान में रह रहा था। आरोपित का पत्नी के साथ विवाद रहता था। कई बार उसकी शिकायत भी नजमा थाने में कर चुकी थी। जिस पर उसने पत्नी की हत्या करने की योजना बनाई। यह सड़क हादसा लगे। इसके लिए गाड़ी से पत्नी को टक्कर मारने के लिए अपने चचेरे भाई असलम को साथ लिया। साजिश के तहत वह 24 सितंबर की रात करीब नौ बजे खाना खाने के बाद पत्नी नाजमा के साथ रेलवे अंडरपास के पास सैर करने के लिए गया। तभी स्कार्पियो कार ने पीछे से नजमा को टक्कर मारी। जिससे उसकी मौत हो गई थी। स्वजनों ने इस मामले में अफसर अली पर ही हत्या कराने का शक जताया। इसके आधार पर ही पुलिस ने केस में हत्या की धारा इजाद की और मामले की जांच सीआइए वन को दी। तभी इस वारदात का पर्दाफाश हुआ। जांच के दौरान सामने आया था कि आरोपित सब इंस्पेक्टर पत्नी को तीन तलाक देना चाहता था, लेकिन तीन तलाक कानून बनने के बाद उसके मन में केस दर्ज होने का डर था। जिस पर उसने हादसा कर हत्या की साजिश रची थी।

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