आत्मविश्वास से भारतीय स्त्री ने नए क्षितिज स्पर्श किए : डॉ. उज्ज्वल

जागरण संवाददाता, जगाधरी : परिवार एवं समाज के बीच संतुलित संरचना का मूल आधार भारतीय स्त्री ह

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 May 2018 06:39 PM (IST) Updated:Tue, 22 May 2018 11:03 PM (IST)
आत्मविश्वास से भारतीय स्त्री ने नए क्षितिज स्पर्श किए : डॉ. उज्ज्वल
आत्मविश्वास से भारतीय स्त्री ने नए क्षितिज स्पर्श किए : डॉ. उज्ज्वल

जागरण संवाददाता, जगाधरी : परिवार एवं समाज के बीच संतुलित संरचना का मूल आधार भारतीय स्त्री है। उसने अपनी शक्ति, विद्वता, प्रतिबद्धता, समर्पण एवं आत्मविश्वास जैसे गुणों से नए क्षितिजों को स्पर्श किया है। आत्मविश्वास शिक्षा एवं प्रतिभा के बल पर प्राप्त किया है। यह बात ¨हदू कन्या महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. उज्ज्वल शर्मा ने कही। वह मंगलवार को महाविद्यालय में आयोजित छात्रवृत्ति कार्यक्रम में संबोधित कर रही थी।

उन्होंने कहा कि इसी मुहिम को बरकरार रखते हुए 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के तहत जरूरतमंद एवं मेधावी छात्राओं के लिए ¨हदू कन्या महाविद्यालय की प्रबंधक समिति, सेवानिवृत स्टाफ, प्राध्यापकों व शहर के विशिष्ट नागरिकों द्वारा छात्रवृत्ति प्रदान की गई।ताकि बेटी पढ़ाओ की सार्थकता तय की जाती है। पूर्व छात्राओं द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़ी व उत्तम शैक्षणिक योग्यता वाली छात्राओं की शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति का विशेष प्रावधान रहा है। पूर्व छात्रा पारूल गुप्ता, आईएएस अधिकारी पांच वर्षो से वाणिज्य संकाय की पांच छात्राओं को छात्रावृत्ति प्रदान की। सरकारी छात्रवृत्तियों के अतिरिक्त 'सीता राम ¨जदल ट्रस्ट' एवं देवा ट्रस्ट द्वारा भी आर्थिक रूप से कमजोर व मेरिट धारक छात्राओं को छात्रवृत्तियां प्रदान की गई। ताकि आर्थिक अभाव शिक्षा के रास्ते में रुकावट न बने।

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