करोड़ों रुपये से खरीदी एंबुलेंस में हीटर नहीं, अब कोहरा बढ़ाएगा परेशानी

प्रदेश सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च कर इसी साल सभी जिलों में नई एंबुलेंस दीं परंतु विभाग उनमें हीटर की व्यवस्था कराना भूल गया। हीटर न होने से एंबुलेंस चालकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सर्दी शुरू होते ही फ्रंट शीशे पर नमी जमने लगी है जिसे हटाने के लिए चालकों को एक हाथ में एंबुलेंस का स्टेयरिग और दूसरे हाथ में कपड़ा पकड़ना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Nov 2019 09:45 AM (IST) Updated:Mon, 25 Nov 2019 09:45 AM (IST)
करोड़ों रुपये से खरीदी एंबुलेंस में हीटर नहीं, अब कोहरा बढ़ाएगा परेशानी
करोड़ों रुपये से खरीदी एंबुलेंस में हीटर नहीं, अब कोहरा बढ़ाएगा परेशानी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : प्रदेश सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च कर इसी साल सभी जिलों में नई एंबुलेंस दीं, परंतु विभाग उनमें हीटर की व्यवस्था कराना भूल गया। हीटर न होने से एंबुलेंस चालकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सर्दी शुरू होते ही फ्रंट शीशे पर नमी जमने लगी है, जिसे हटाने के लिए चालकों को एक हाथ में एंबुलेंस का स्टेयरिग और दूसरे हाथ में कपड़ा पकड़ना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में तो दिक्कत ओर भी ज्यादा बढ़ जाएगी, क्योंकि दिसंबर और जनवरी में न केवल सर्दी बढ़ जाएगी, बल्कि कोहरा भी छा जाएगा, जिसमें आगे सड़क पर कुछ भी दिखाई नहीं देता।

सात डिग्री तक हो जाता न्यूनतम तापमान

दिसंबर और जनवरी में न्यूनतम तापमान सात डिग्री तक पहुंच जाता है। यदि साथ लगते राज्यों में पहाड़ों पर बर्फबारी हो जाए तो यह तापमान इससे भी नीचे चला जाता है। तब सर्दी से बचने के लिए लोग अपने वाहनों के शीशे बंद कर लेते हैं। तब गाड़ी के हीटर को चलाकर सर्दी से बचा जाता है। वहीं हीटर की हवा से गाड़ी के फ्रंट शीशे पर जमने वाली नमी को दूर किया जाता है, परंतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा खरीदी गई टाटा कंपनी की विगर एंबुलेंस में हीटर की व्यवस्था नहीं है। जिस कारण शीशे की नमी चाह कर भी नहीं हटाई जा सकती, हालांकि इन एंबुलेंस में एसी लगा है, परंतु न्यूनतम सात डिग्री सेल्सियस तापमान में एसी चलाना मुमकिन नहीं है।

कोहरे में रहती हादसे की आशंका

जब कोहरा पड़ता है, तो मात्र कुछ मीटर पर भी दिखाई नहीं देता। ऐसे में समय में एंबुलेंस चालक एक हाथ से स्टीयरिग को संभालेगा तो दूसरे हाथ में कपड़ा या कागज लेकर फ्रंट शीशा साफ करेगा। इसका असर केवल चालक पर ही नहीं, बल्कि उसमें ले जाए जा रहे मरीज पर भी पड़ेगा। क्योंकि सर्दियों में अकसर हादसे होते रहते हैं, जिन्हें सड़क से उठाकर अस्पताल ले जाना होता है। दर्द व सर्दी से कराह रहे मरीज को ऐसे समय में हीटर चलाकर गर्माहट देनी पड़ती है।

इसका पता किया जाएगा : डॉ. कुलदीप

सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि जो नई एंबुलेंस आई हैं उनमें हीटर है या नहीं इसका पता किया जाएगा। यदि हीटर जरूरी है तो इस बारे में बात की जाएगी।

chat bot
आपका साथी