बच्चों को गुड टच व बैड टच के बारे में दें जानकारी

जागरण संवाददाता,सोनीपत : जिला बाल संरक्षण अधिकारी स्वीटी सैनी ने कहा कि बच्चों को किसी भी प्रकार के

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Feb 2017 06:22 PM (IST) Updated:Thu, 23 Feb 2017 06:22 PM (IST)
बच्चों को गुड टच व बैड टच के बारे में दें जानकारी
बच्चों को गुड टच व बैड टच के बारे में दें जानकारी

जागरण संवाददाता,सोनीपत : जिला बाल संरक्षण अधिकारी स्वीटी सैनी ने कहा कि बच्चों को किसी भी प्रकार के यौन उत्पीड़न से बचाने के लिए पोक्सो एक्ट (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेन्सिस) बेहद कारगर है, जिसके बारे में लोगों को जानकारी होनी चाहिए। बाल अधिकारों के संरक्षण में पोक्सो एक्ट महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। अभिभावकों का भी आह्वान किया कि वे अपने बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार करें ताकि बच्चे खुलकर हर बात ,साझा कर सकें। अभिभावकों को अपने बच्चों के व्यवहार पर गंभीर नजर रखनी चाहिए ताकि बच्चों के साथ कुछ अनहोनी होने से पूर्व ही उसे टाला जा सके। सैनी बृहस्पतिवार को डीसी जैन कॉलेज में पोक्सो एक्ट पर आयोजित जागरूकता शिविर में जानकारी दे रही थी।

इस मौके पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बच्चों को मनोवैज्ञानिक तौर पर समझा जाए। यदि बच्चे एकाएक गुमसुम रहने लगते हैं अथवा कुछ अलग व्यवहार करते हैं तो इसकी वजह जानना जरूरी है। नाबालिग अवस्था में बच्चों को अपने साथ होने वाली गलत हरकतों की जानकारी नहीं हो पाती। कई बार बच्चे डर के कारण गलत हरकतें सहन करते रहते हैं। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को गुड टच तथा बैड टच के विषय में जानकारी दी जाए। देशभर में करीब 50 से 60 प्रतिशत बच्चों को किसी न किसी प्रकार के यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। यह दु:खद स्थिति है। उन्होंने कहा कि पोक्सो एक्ट में 18 वर्ष से कम आयुवर्ग के बच्चों को शामिल किया जाता है। ऐसे में अभिभावकों तथा शिक्षकों की जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने बच्चों को ऐसी घटनाओं से बचाने के लिए सजगता के साथ जिम्मेदारी निभाएं। यदि शिक्षण संस्थान अथवा अन्य किसी जगह पर बच्चों के साथ किसी तरह की कोई गलत हरकत होती है तो उन्हें इसकी तुरंत शिकायत दर्ज करानी चाहिए।

chat bot
आपका साथी