घरौंडा के पास जीटी रोड किनारे फेंके थे नीरज ने खून से सने कपड़े

सीआइए-2 की टीम ने पानीपत-घरौंडा मार्ग पर पुलिसकर्मियों के हत्यारोपी नीरज के खून से सने कपड़े खोजने के लिए पांच घंटे तक तलाश की लेकिन कपड़े नहीं मिले।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 07:00 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 07:00 PM (IST)
घरौंडा के पास जीटी रोड किनारे फेंके थे नीरज ने खून से सने कपड़े
घरौंडा के पास जीटी रोड किनारे फेंके थे नीरज ने खून से सने कपड़े

जागरण संवाददाता, सोनीपत : सीआइए-2 की टीम ने पानीपत-घरौंडा मार्ग पर पुलिसकर्मियों के हत्यारोपी नीरज के खून से सने कपड़े खोजने के लिए पांच घंटे तक तलाश की, लेकिन कपड़े नहीं मिले। नीरज के कपड़ों पर सबसे ज्यादा खून लगा था। ऐसे में पकड़े जाने के डर से उसने कपड़े उतारकर कार से ही सड़क के किनारे फेंक दिए थे। रिमांड पूरा होने पर न्यायालय ने विकास और नीरज को जेल भेज दिया। विकास के जेल जाने की सूचना जींद पुलिस को दे दी गई है। अब जींद पुलिस विकास को रिमांड पर लेगी।

आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि बुटाना चौकी के दो पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद आरोपितों ने पहले लड़कियों को उनके घर के पास छोड़ा था। वहां से चारों कार अपनी कार से पानीपत होते हुए पहले घरौंडा पहुंचे थे। वहां पर विकास को उसकी बुआ के यहां छोड़ना था। उसकी बुआ ने उसे घर में घुसने नहीं दिया तो ये वहां से वापस लौटे। सबसे ज्यादा खून नीरज के कपड़ों पर लगा हुआ था। उसने अपनी खून से सनी शर्ट, बनियान व पैंट उतारकर चलती कार से ही सड़क किनारे फेंक दिए। उसके बाद वह कार से अपने घर गया। उसको डर था कि खून सने कपड़े देखकर किसी को शक न हो। सीआइए-2 की टीम ने जीटी रोड पर घरौंडा के पास उसके खून से सने कपड़ों को पांच घंटे तक तलाश किया, लेकिन वे नहीं मिल पाए। पुलिस का मानना है कि खून से सने होने के कारण उनको कोई जानवर ले जा सकता है। नीरज को साथ लेकर जीटी रोड पर घरौंडा के पास उसके खून से सने कपड़ों की तलाश की गई। दस दिन से ज्यादा का समय हो जाने के कारण कपड़े कहीं पर नहीं मिले। रिमांड पूरा हो जाने पर विकास और नीरज को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उनको जेल भेज दिया गया। इसकी सूचना जींद पुलिस को दे दी गई है।

- बिजेंद्र सिंह, जांच अधिकारी-सीआइए-2

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