Sonipat Wine Scam: जमीन के अंदर छिपाई गई शराब की 100 पेटियां बरामद, जांच में जुटी SIT

Sonipat Wine Scam एसआइटी ने दमकल केंद्र के पास जमीन के अंदर छिपाकर रखी गई शराब की सौ पेटियां बरामद की हैं।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Thu, 14 May 2020 04:22 PM (IST) Updated:Thu, 14 May 2020 04:22 PM (IST)
Sonipat Wine Scam: जमीन के अंदर छिपाई गई शराब की 100 पेटियां बरामद, जांच में जुटी SIT
Sonipat Wine Scam: जमीन के अंदर छिपाई गई शराब की 100 पेटियां बरामद, जांच में जुटी SIT

सोनीपत, जागरण संवाददाता। सोनीपत जिले के खरखौदा शराब घोटाला में एसआइटी को बड़ी कामयाबी मिली है। एसआइटी ने दमकल केंद्र के पास जमीन के अंदर छिपाकर रखी गई शराब की सौ पेटियां बरामद की हैं। एसआइटी ने गुरुवार को इसे खोदकर बाहर निकाला। मिली जानकारी के अनुसार, शराब की पेटियां में बीयर, देशी व अंग्रेजी के विभिन्न ब्रांड की शराब हैं।

बताया जा रहा है कि वर्ष 2018 में पकड़े गए सात ट्रक शराब में से काफी शराब यहां लावारिस छोड़ दी गई थी। अब जिला स्तरीय एसआइटी जांच करेगी कि यहां पर शराब को लावारिस क्यों छोड़ा गया था।

शराब तस्कर भूपेंद्र के गोदाम पर छापा, 166 पेटी बियर बरामद

इससे पहले जिला स्तरीय एसआइटी ने शराब तस्कर भूपेंद्र के पैतृक गांव सिसाना स्थित गोदाम में छापा मारकर 166 पेटी बियर पकड़ी थी। जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में लेते हुए पुलिस स्टेशन में रखवा दिया है। शराब घोटाले का पटाक्षेप करने के लिए जिला स्तरीय एसआइटी की तरफ से कार्रवाई करते हुए मंगलवार रात को भूपेंद्र के सिसाना स्थित गोदाम पर छापा मारा गया था। इस दौरान टीम को वहां से 166 पेटी हैवर्ड-5000 मार्का की बियर बरामद हुई। 

इस दौरान आबकारी विभाग की टीम भी मौके पर मौजूद रही। पुलिस ने भूपेंद्र के खिलाफ एक और मामला भी दर्ज कर लिया है। एसआइटी यह भी जांच कर रही है कि धंधे में उसके साथ और कौन-कौन शामिल हैं।इससे पहले भूपेंद्र के ही खरखौदा बाईपास स्थित गोदाम में केस प्रॉपर्टी के रूप में रखी शराब की गिनती करवाए जाने के दौरान यह सामने आया था कि इसी गोदाम के कुछ अन्य कमरों में भी शराब रखी हुई है। इसकी गिनती में 55 सौ पेटियां गायब मिलने पर के बाद पुलिस ने भूपेंद्र, उसके भाई जितेंद्र, संदीप व सतीश के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।

भूपेंद्र के तीन अन्य साथी हुए भूमिगत

इसे मामले में गठित जिला स्तरीय एसआइटी ने भूपेंद्र के चंडीगढ़ स्थित आवास पर भी दबिश दी थी, लेकिन वह वहां पर पुलिस की पकड़ में नहीं आया था, लेकिन इसके बाद उसने खरखौदा थाने में पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया था। भूपेंद्र के पुलिस गिरफ्त में आने के बाद भी उसका भाई जितेंद्र, सहयोगी संदीप व सतीश भूमिगत हैं जिनकी तलाश में एसआइटी उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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