धान की आवक शुरू, मंडी में पेयजल तक की व्यवस्था नहीं

खरखौदा अनाजमंडी में धान की आवक शुरू हो चुकी है। फिलहाल मंडी में पीआर किस्म का धान पहुंच रहा है जिसकी सरकारी खरीद नहीं होती। प्राइवेट एजेंसियां इस धान को खरीदती हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 05:16 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 05:16 PM (IST)
धान की आवक शुरू, मंडी में पेयजल तक की व्यवस्था नहीं
धान की आवक शुरू, मंडी में पेयजल तक की व्यवस्था नहीं

संवाद सहयोगी, खरखौदा : खरखौदा अनाजमंडी में धान की आवक शुरू हो चुकी है। फिलहाल मंडी में पीआर किस्म का धान पहुंच रहा है, जिसकी सरकारी खरीद नहीं होती। प्राइवेट एजेंसियां इस धान को खरीदती हैं। मंडी में धान की आवक शुरू होने के दौरान आढ़तियों व किसानों की तरफ से मंडी सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं। उनका कहना है कि व्यवस्था को लेकर खाली दावे किए जा रहे हैं, जबकि मंडी में पीने का पानी तक नहीं है।

खरखौदा की अनाजमंडी को धान व बाजरे की खरीद के लिए अधिकृत किया गया है। बाजरा हरियाणा वेयरहाउस की तरफ से खरीदा जाना है जबकि धान को एफसीआइ खरीदेगी। अब तक मंडी में 1509 किस्म का 1802 क्विंटल धान पहुंचा है। वहीं मंडी में धान व बाजरे की खरीद को लेकर की गई व्यवस्थाओं पर आढ़तियों व किसानों ने नाराजगी जाहिर की है। मंडी आढ़ती एसोसिएशन प्रधान नरेश दहिया का कहना है कि मंडी में कोई व्यवस्था नहीं है। न तो पीने का साफ पानी है और न ही मंडी में सफाई की गई है। इतना ही नहीं मंडी में रोशनी की व्यवस्था नहीं होने के कारण मजदूरों को रात के समय मोबाइल टार्च व ट्रक की रोशनी में लोडिग करनी पड़ रही है। इसके अलावा मंडी में लावारिस पशुओं का भी जमावड़ा लगा रहता है।

सरकारी खरीद एक अक्टूबर से शुरू होगी, तब तक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करवाया जा रहा है। पीने के पानी से लेकर बिजली की व्यवस्था करवाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इन पर प्राथमिकता के आधार पर काम किया जा रहा है। टूटी दीवार को दुरुस्त करवाने के लिए आला अधिकारियों को लिखा जा चुका है।

- देवेंद्र ढुल, सचिव, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड, खरखौदा

chat bot
आपका साथी