ऑनलाइन शिक्षा के लिए जरूरतमंद विद्यार्थियों को देंगी एंड्रायड फोन

कोरोना महामारी में लॉकडाउन के साथ ही शिक्षण संस्थानों पर लगे लॉक अब तक नहीं खुल पाएं हैं। कोरोना वायरस का संक्रमण जिस गति से फैल रहा है उससे फिलहाल शिक्षण संस्थानों के लॉक खुलते भी नजर नहीं आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 05:29 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 06:14 AM (IST)
ऑनलाइन शिक्षा के लिए जरूरतमंद विद्यार्थियों को देंगी एंड्रायड फोन
ऑनलाइन शिक्षा के लिए जरूरतमंद विद्यार्थियों को देंगी एंड्रायड फोन

भंवर सिंह, गोहाना

कोरोना महामारी में लॉकडाउन के साथ ही शिक्षण संस्थानों पर लगे लॉक अब तक नहीं खुल पाएं हैं। कोरोना वायरस का संक्रमण जिस गति से फैल रहा है, उससे फिलहाल शिक्षण संस्थानों के लॉक खुलते भी नजर नहीं आ रहे हैं। शिक्षा विभाग ने राजकीय स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा शुरू जरूर कर दी है, लेकिन अधिकतर विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों के पास एंड्रायड फोन नहीं हैं। जरूरतमंद परिवारों के विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो इसी उद्देश्य से गांव ढुराना स्थित राजकीय उच्च विद्यालय की इंचार्ज पंकज देवी मलिक सभी विद्यार्थियों को फोन उपलब्ध कराएंगी। इस कार्य में पंकज देवी के पति लोकेश मलिक और स्कूल के शिक्षक सहयोग कर रहे हैं।

गांव ढुराना के राजकीय उच्च विद्यालय की शिक्षिका पंकज देवी मलिक स्कूल इंचार्ज का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रही हैं। कोरोना महामारी के चलते देशभर में मार्च में लगे लॉकडाउन के साथ ही शिक्षण संस्थान बंद हो गए थे। अनॅलाक-2 में भी शिक्षण संस्थान नहीं खुले हैं और अगले दो-तीन माह तक संस्थान खुलने की उम्मीद कम है। शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू जरूर करवा दी है लेकिन सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले अधिकतर बच्चे आर्थिक कमजोर परिवारों से हैं और उनके पास एंड्रायड फोन नहीं हैं। मलिक का कहना है कि अप्रैल में विद्यालय के स्टाफ ने सभी बच्चों को वाट्सएप ग्रुप से जोड़कर पढ़ाई शुरू करवा दी थी। बच्चों ने उस समय जो मोबाइल नंबर दिए थे, वे उनके पड़ोसी व चाचा-ताऊ के परिवार के व्यक्तियों के थे। लॉकडाउन तक सब ठीक चला लेकिन अनलॉक-1 शुरू होते मोबाइल नंबर देने वाले रिश्तेदार या पड़ोसी काम से बाहर आने-जाने लगे। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई बंद हो गई। अब विद्यार्थियों की पढ़ाई सुचारू रूप से चलाने के लिए मलिक ने उपायुक्त और जिला शिक्षा अधिकारी से स्कूल फंड से सभी विद्यार्थियों को एंड्रायड फोन उपलब्ध कराने के लिए पत्र भी लिखा, लेकिन जवाब नहीं मिला।

समय बीतता देख स्कूल इंचार्ज पंकज देवी ने स्कूल स्टाफ और अपने पति पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में अधिवक्ता में लोकेश मलिक से समक्ष विद्यालय के सभी विद्यार्थियों को अपने स्तर पर एंड्रायड फोन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा। सभी ने सहयोग देने का वादा कर दिया। विद्यालय में छठी से दसवीं कक्षा तक 79 विद्यार्थी हैं। इंचार्ज का कहना है कि सभी विद्यार्थियों को धीरे-धीरे एंड्रायड फोन उपलब्ध करवाए जाएंगे। पंकज देवी मलिक ने इसकी शुरूआत रविवार को बेहद जरूरतमंद परिवार से विद्यार्थी रवि को एंड्रायड फोन देकर की। रवि व उसके चार चचेरे भाई-बहन गांव के राजकीय विद्यालय में पढ़ते हैं। मलिक ने बताया कि रवि नौवीं कक्षा का छात्र है और पढ़ने में होशियार है। अधिवक्ता लोकेश ने कहा कि जल्द ही किसी मोबाइल कंपनी से संपर्क करके सभी विद्यार्थियों के लिए फोन खरीदे जाएंगे। जब तक कंपनी से संपर्क नहीं होता है तब तक प्रति सप्ताह एक विद्यार्थी को फोन उपलब्ध कराया जाएगा।

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