गोशालाओं में लगवाएंगे बायोगैस प्लांट, संचालक दें सहमति-पत्र : उपायुक्त

उपायुक्त श्यामलाल पूनिया ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से गोशालाओं में बायोगैस प्लांट लगाए जाएंगे। इसके लिए गोशाला संचालकों को सहमति-पत्र देना होगा। प्लांट की स्थापना से गोशाला को कई प्रकार की बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Jan 2021 05:33 PM (IST) Updated:Fri, 08 Jan 2021 05:33 PM (IST)
गोशालाओं में लगवाएंगे बायोगैस प्लांट, संचालक दें सहमति-पत्र : उपायुक्त
गोशालाओं में लगवाएंगे बायोगैस प्लांट, संचालक दें सहमति-पत्र : उपायुक्त

जागरण संवाददाता, सोनीपत : उपायुक्त श्यामलाल पूनिया ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से गोशालाओं में बायोगैस प्लांट लगाए जाएंगे। इसके लिए गोशाला संचालकों को सहमति-पत्र देना होगा। प्लांट की स्थापना से गोशाला को कई प्रकार की बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही सफाई व्यवस्था भी सुदृढ़ होगी। वे गोशालाओं में बायोगैस प्लांट की स्थापना को लेकर लघु सचिवालय परिसर में गोशाला संचालकों व संबंधित अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

उपायुक्त ने गोशाला संचालकों को प्रोत्साहित किया कि वे इस लाभकारी अवसर का पूर्ण लाभ उठाएं। गोशालाओं में 85 क्यूबिक का बायोगैस प्लांट स्थापित किया जाएगा, जो संचालक सहमति-पत्र देंगे उनकी गोशाला में ही प्लांट स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गोशालाओं में प्लांट स्थापित करने के लिए जगह भी उपलब्ध करवानी होगी। इसके अलावा टोकन मनी के रूप में मात्र एक हजार रुपये लिए जाएंगे। शेष कोई खर्च गोशाला को नहीं करना होगा। जिला प्रशासन द्वारा गोशाला में बायोगैस प्लांट स्थापित करके दिया जाएगा। प्लांट की स्थापना में जितना भी खर्च आएगा, वह सरकार वहन करेगी। प्लांट की स्थापना के बाद उसके रखरखाव और संचालन की जिम्मेदारी संचालकों की रहेगी। गोशाला संचालकों को सहमति-पत्र में देना होगा कि वे प्लांट का रखरखाव स्वयं करेंगे। बिजली समस्या से मिलेगी निजात

उपायुक्त ने कहा कि बायोगैस प्लांट की स्थापना से गोशालाओं में बिजली की समस्या से निजात मिलेगी। साथ ही उन्हें गैस भी मिलेगी, जिसका इस्तेमाल विभिन्न कार्यों में किया जा सकता है। अतिरिक्त गैस उत्पादन होने पर संचालक अपने अनुसार उसका उपयोग कर सकते हैं। इससे गोशालाओं में गोबर के ढेर नहीं लगेंगे और सफाई रहेगी। इस संदर्भ में उपायुक्त ने जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी और सभी खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस योजना की जानकारी हर गोशाला संचालकों को दें। संचालकों को योजना के फायदों से अवगत करवाएं और गांवों के सरपंचों को भी इसकी जानकारी दें। इस मौके पर नगर निगम के संयुक्त आयुक्त सुभाषचंद्र, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी रुपेंद्र मलिक, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी पूनम चंदा, मनोज कौशल, मनीष मलिक, राजेश, गोशालाओं के संचालक एवं प्रबंधक रामनिवास, जिले सिंह, रवि कुमार, रामधारी, सुरेंद्र कुमार मौजूद रहे।

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