पराली जलाने से रोकने के लिए फील्ड में उतरे अधिकारी, रेड जोन पर अधिक सतर्कता

पराली जलाने से किसानों को रोकने के लिए अब फील्ड में अधिकारी रा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Nov 2020 05:50 AM (IST) Updated:Wed, 04 Nov 2020 05:50 AM (IST)
पराली जलाने से रोकने के लिए फील्ड में उतरे अधिकारी, रेड जोन पर अधिक सतर्कता
पराली जलाने से रोकने के लिए फील्ड में उतरे अधिकारी, रेड जोन पर अधिक सतर्कता

जागरण संवाददाता, सिरसा : पराली जलाने से किसानों को रोकने के लिए अब फील्ड में अधिकारी रात को भी नजर आएंगे। उपायुक्त ने अधिकारियों को हर रोज फील्ड में जाने और पराली न जलाने के लिए किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अधिकारियों की ड्यूटी निर्धारित कर दी गई है।

उपायुक्त प्रदीप कुमार ने मंगलवार को पंचायत भवन में पराली जलाने की घटनाओं पर निगरानी के लिए नियुक्त किए गए नोडल अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में कहा कि किसानों के साथ संवाद स्थापित कर उन्हें पराली जलाने से होने वाले नुकसानों के साथ इसके प्रबंधन से मिलने वाले लाभ के प्रति जागरूक करना होगा। अब अधिकारियों को गांव-गांव पहुंचना है और निगरानी करनी है। उन्होंने कहा कि सिरसा में किसान प्रकृति प्रेमी हैं और वे प्रकृति का नुकसान नहीं करना चाहते। केवल उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है। अधिकारी रात को फील्ड में उतरेंगे तो पराली कम जलेगी और पर्यावरण प्रदूषण रुक पाएगा।

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रेड जोन पर अधिक फोकस

उपायुक्त ने बताया कि सिरसा के 25 गांव रेड जोन में हैं। गत वर्ष इन गांवों में पांच या इससे अधिक पराली जलाने के मामले आए थे। रेड जोन पर अधिक फोकस है। दो या इससे अधिक पराली जलाने वाले गांव को ओरेंज जोन में रखा गया है। 50 से अधिक गांव ओरेंज जोन में हैं। रेड जोन और ओरेंज जोन के लिए अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं। रेड जोन में अधिक फोकस कर कार्य किया जा रहा है ताकि पराली जलाने से रोका जा सके।

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अंडर ट्रेनिग एचसीएस को भी दिए पांच-पांच गांव

उपायुक्त ने बताया कि जिले में ट्रेनिग के लिए नव नियुक्त दो एचसीएस को भेजा गया है। दोनों को पराली जागरूकता के अभियान में सक्रियता से काम करने को कहा है। पांच-पांच गांव में दोनों जागरूकता कार्यक्रम चलाएंगे और जो भी समस्याएं आएंगी उन्हें भी प्रशासन के समक्ष रखेंगे। अन्य अधिकारियों को भी गांव आवंटित किए गए हैं। प्रशासन का एक ही मकसद कि पराली कम से कम जले।

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एसडीएम पहुंचे खेतों में, पराली की गांठ बनाते किसानों का बढ़ाया हौसला

एसडीएम डा. जयवीर यादव पराली जागरूकता कार्यक्रम के तहत गांवों में कार्यक्रम कर रहे हैं। इसी जागरूकता कार्यक्रम के तहत वे गांव पनिहारी में पहुंचे। यहां स्ट्रा बेलर से पराली की गांठ बनाने के मामले को खुद भी देखा। उन्होंने किसानों का हौसला भी बढ़ाया और कहा कि पराली न जलाकर उसके प्रबंधन में जुटे और पर्यावरण प्रहरी की भूमिका निभाएं।

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