सीमावर्ती जिलों से दाखिल नहीं हो पाएगा बेसहारा गोवंश, बॉर्डर पर लगाएंगे बैरिकेड्स

सिरसा जिले को बेसहारा पशुओं से मुक्त करने के लिए लगातार अभियान

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Sep 2020 11:00 AM (IST) Updated:Sat, 12 Sep 2020 11:00 AM (IST)
सीमावर्ती जिलों से दाखिल नहीं हो पाएगा बेसहारा गोवंश, बॉर्डर पर लगाएंगे बैरिकेड्स
सीमावर्ती जिलों से दाखिल नहीं हो पाएगा बेसहारा गोवंश, बॉर्डर पर लगाएंगे बैरिकेड्स

जागरण संवाददाता, सिरसा : सिरसा जिले को बेसहारा पशुओं से मुक्त करने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं, इसके बावजूद पंजाब व राजस्थान सीमा से सटे क्षेत्रों के किसान बेसहारा गोवंश को इस ओर खदेड़ देते हैं। जिससे बेसहारा पशुओं की समस्या लगातार बरकार है। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बैरिकेड्स लगाए जाएंगे ताकि बेसहारा गोवंश दाखिल ही न हो पाए। यह जानकारी नगर आयुक्त संगीता तेतरवाल ने दी। -------- शहर में घूमता मिला पालतू गोवंश तो होगा जुर्माना

उन्होंने बताया कि नगर परिषद सिरसा द्वारा शहर में बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए लगातार अभियान चलाया हुआ है, इसके बावजूद भी अभी बाजारों में बेसहारा गोवंश है। इसका मुख्य कारण है यह गोवंश दुधारू पशु है, जिन्हें पशु पालक सुबह शाम दूध निकालने के बाद छोड़ देते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे पशु पालकों के खिलाफ जुर्माने का प्रावधान किया गया है। दुधारू पशु के पहली बार पकड़े जाने पर पांच हजार जुर्माना लगेगा तो दूसरी बार दस हजार और अगर तीसरी बार पशु पकड़ा गया तो उसे वापस नहीं लौटाया जाएगा और उसकी बोली करवाई जाएगी। इसके साथ ही शहर में से पशु डेयरियों को भी बाहर किए जाने की योजना पर काम किया जा रहा है, जिससे बेसहारा पशुओं की समस्या का काफी हद तक समाधान हो जाएगा।

-------------

गांव मंगाला में बेसहारा गोवंश की भरमार

निकटवर्ती गांव मंगाला में बड़ी तादाद में बेसहारा गोवंश है, जो शाम के समय सड़कों पर आ जाता है। बड़ी संख्या में पशुओं के सड़क पर आने के कारण हर समय हादसे की आशंका बनी रहती है। सिरसा शहर के रानियां बाजार, आर्य समाज रोड, एचएसवीपी इत्यादि में अभी भी बेसहारा गोवंश देखा जा सकता है।

chat bot
आपका साथी