बारदाना न मिलने पर खरीद बंद कर हैफेड प्रबंधक को घेरा

बारदाना के लिए एक सप्ताह से तरस रहे आढ़तियों का धैर्य मंगलवार

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 May 2019 11:58 PM (IST) Updated:Tue, 07 May 2019 11:58 PM (IST)
बारदाना न मिलने पर खरीद बंद कर हैफेड प्रबंधक को घेरा
बारदाना न मिलने पर खरीद बंद कर हैफेड प्रबंधक को घेरा

संवाद सहयोगी, डबवाली :

बारदाना के लिए एक सप्ताह से तरस रहे आढ़तियों का धैर्य मंगलवार को जवाब दे गया। माइक, दरी लेकर आढ़ती अनाज मंडी स्थित हैफेड कार्यालय पहुंच गए। प्रबंधक रविद्र सोलंकी को घेरकर पूछा कि बारदाना आएगा या फिर दरी बिछा लें। काफी देर तक कार्यालय में हंगामा होता रहा, आखिरकार प्रबंधक ने शाम को बारदाना देने का आश्वासन देकर व्यापारियों को शांत किया। आश्वासन मिलने के बाद आढ़तियों ने गेहूं की खरीद शुरू की।

कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान गुरदीप कामरा, पूर्व प्रधान प्रकाश चंद बांसल के नेतृत्व में आढ़ती हैफेड कार्यालय पहुंचे थे। आढ़तियों ने प्रबंधक से कहा कि अनाज मंडी डबवाली में 1.50 लाख बैग गेहूं बारदाना का इंतजार कर रहा है। ग्रामीण खरीद केंद्रों में भी ऐसे हालात हैं। कामरा ने कहा कि डीएफएससी तथा हरियाणा स्टेट वेयर हाउसिग कॉर्पोरेशन के पास बारदाना है। सोमवार शाम को एसडीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में एजेंसियों ने पूरी अनाज मंडी में खरीद करने का वादा किया था। चूंकि उनके पास बारदाना उपलब्ध है। अब एजेंसियां अपने वायदे से मुकर रही हैं। एसोसिएशन प्रधान ने चेतावनी दी कि जब तक बारदाना नहीं आ जाता, आढ़ती खरीद शुरू नहीं करेंगे। प्रबंधक ने शाम तक बारदाना पहुंचने का आश्वासन दिया। जिसके बाद आढ़ती गेहूं खरीद करने को राजी हुए। हालांकि कामरा ने चेतावनी दी कि नियमित रुप से बारदाना न मिला तो वे मंडी बंद कर देंगे।

4000 कटे-फटे बैग में भर दी गेहूं

आढ़ती विजय गुप्ता ने कहा कि हैफेड की ओर से चार हजार पुराने बैग दिए गए थे। जोकि कटे-फटे हैं। एक-डेढ़ किलोग्राम गेहूं बैग से निकल चुका है। ऐसे में शॉर्टेज आएगी, तो भुगतान कौन करेगा। आढ़ती मंगत राय ने कहा कि कई दिनों से बारदाना नहीं आ रहा। उसने बाजार से बारदाना खरीदकर गेहूं भरी है ताकि संबंधित जमींदार परेशान न हो।

पेमेंट का भुगतान नहीं

आढ़ती एसोसिएशन के सचिव राजेश जिदल ने हैफेड पर गेहूं खरीद के बावजूद भुगतान न करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि हैफेड ने 24 अप्रैल के बाद आढ़तियों को पेमेंट ही नहीं दी है। अब तरह-तरह की कमियां निकालकर आपत्तियां लगाई जा रही हैं। व्यवस्था समझ से परे है। बारदाना न होने से लाखों क्विंटल गेहूं मंडी में ढेरी है तो वहीं भुगतान नहीं हो रहा। जमींदार के साथ-साथ आढ़ती परेशान हैं। 35 हजार बैग पहुंच चुके हैं। पानीपत से एक लाख बैग कल आ जाएंगे। जहां तक पेमेंट का सवाल है तो 27 अप्रैल तथा 1 मई की पेमेंट बकाया है। उसके बाद तो हैफेड ने खरीद ही नहीं की।

-रविद्र सोलंकी, प्रबंधक, हैफेड डबवाली

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