रेकी के बाद की थी छीना-झपटी की वारदात, दो पकड़े

जागरण संवाददाता सिरसा डिग मंडी के पंजाब नेशनल बैंक के समीप शुक्रवार को महिला से नकदी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 May 2020 10:13 PM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 06:13 AM (IST)
रेकी के बाद की थी छीना-झपटी की वारदात, दो पकड़े
रेकी के बाद की थी छीना-झपटी की वारदात, दो पकड़े

जागरण संवाददाता, सिरसा : डिग मंडी के पंजाब नेशनल बैंक के समीप शुक्रवार को महिला से नकदी से भरा बैग छीनने के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर वारदात सुलझा ली है। पुलिस ने दोनों आरोपितों के कब्जे से 67 हजार रुपये की नकदी बरामद की है जबकि फरार हुए तीसरे आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। शुक्रवार दोपहर बाद की यह वारदात सुलझाने के लिए पुलिस को सीसीटीवी मदद मिली और उसी में संदिग्ध चेहरे पहचाने गए। डीएसपी दिनेश यादव ने बताया कि इस वारदात में शामिल मुकेश व विक्रम निवासी पीली मंदोरी को गिरफ्तार किया है जबकि उनके तीसरे साथी की पहचान की गई है। उन्होंने बताया कि डिग मंडी निवासी लिछमा देवी पीएनबी से 99 हजार 500 रुपये की नकदी निकलवाकर पैदल जा रही थी। इसी दौरान एक युवक पैदल आया जिसने महिला से थैला छीन लिया और दो अन्य मोटरसाइकिल सवार युवकों के साथ फरार हो गया। मुकेश के खिलाफ लड़ाई-झगड़े का पर्चा पहले से ही दर्ज है जबकि विक्रम के खिलाफ लड़ाई झगड़ा व पंजाब में एनडीपीएस एक्ट का केस दर्ज है। पुलिस के अनुसार दोनों नशा करने के आदी हैं। 15 मिनट की थी बैंक में रेकी

पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपित पहले पीली मंदोरी में इकट्ठे हुए। यहां से मोटरसाइकिल पर डिग मंडी के पीएनबी पहुंचे। यहां 15 मिनट तक कैश काउंटर के समीप रहे। उनका प्रयास यह जानने का था कि नकदी निकलवाकर कौन जा रहा है। महिला के नकदी निकालने की जानकारी उन्हें बैंक से मिल गई जिसके बाद वे बैंक से निकल आए। इसी दौरान महिला रुपये निकलवाकर चलने लगी तो उसका थैला छीन लिया और फरार हो गए। बैंक में जाने का कारण पूछा तो बोले-चेक लगाने गए थे

आरोपितों ने स्वीकार किया कि वे बैंक गए थे। बैंक जाने का कारण पूछा तो बताया कि चेक लगाने गए थे लेकिन 15 दिन तक रुकने का कारण पूछा तो वे जवाब नहीं दे पाए। इसी के बाद पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि बैंक पहुंचने से पहले उन्होंने पीली मंदोरी में ही वारदात को लेकर योजना बनाई। अब तीसरे साथी की गिरफ्तारी होने के बाद ही कुछ नई जानकारियां हासिल हो सकती है। -------

अलीकां लूट में पूरी राशि बरामद, आरोपित खर्च नहीं कर पाए एक रुपया

गिरफ्तार दो आरोपितों के कब्जे से 6 लाख रुपये की राशि बरामद, तीन लाख पुलिस पहले ही कर चुकी थी बरामद

जागरण संवाददाता, सिरसा : गांव अलीकां के पास अल्टो सवार मानसा निवासी जगतार सिंह व उसके माता-पिता से 9 लाख रुपये की लूट मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को काबू कर छह लाख रुपये बरामद कर लिए हैं जबकि तीन लाख रुपये की राशि, एक बोलेरो गाड़ी व दो कापे एक दिन पहले ही गिरफ्तार तीन आरोपितों से बरामद हुए। पुलिस ने लूट की पूरी राशि को बरामद कर लिया है। डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि बीती 28 मई को मानसा निवासी बलदेव सिंह, उसका पुत्र जगतार सिंह व पत्नी सिरसा में एक एकड़ की रजिस्ट्री करवाकर वापस मानसा लौट रहे थे। गांव अलीकां के पास बोलेरो सवार पांच युवकों ने अल्टो गाड़ी को जबरन रुकवा लिया और 9 लाख रुपये की नकदी से भरा बैग छीन लिया। उन्होंने कहा कि आरोपितों ने जब राशि छीनी तो बताया कि उनके पास 9 लाख रुपये हैं और यह पक्की खबर है। इसके बाद पुलिस को किसी परिचित के शामिल होने का संदेह हुआ। इस मामले में एक रोज पहले ही तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया जिनमें एक जगतार के मामा का लड़का है जबकि चार अन्य उसके साथ थे। नजदीकी रिश्तेदार गाड़ी में बैठा रहा और उसके साथ नीचे उतरकर बैग छीनने लगे। पकड़े गए तीनों आरोपितों में गुरजीत उर्फ गीता, बसंत उर्फ बीरू, सोहन लाल निवासी नागोकी शामिल रहे। अब पुलिस ने बीरू के पिता नछतर सिंह, घुक्कांवाली निवासी शम्मी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों से छह लाख रुपये बरामद कर लिए गए हैं और उनसे अभी पूछताछ की जा रही है। मुख्य मार्ग के बजाय लिक रोड से जाने पर पूछे पुलिस ने सवाल तो गुत्थी सुलझाने में मिली मदद

डीआइजी डा. अरुण सिंह ने बताया कि सिरसा से मानसा का मुख्य मार्ग है जबकि यह वारदात लिक रोड पर हुई थी। अहम क्लू मौके से मिले थे जिसमें से एक यह कहना कि पक्की खबर है नौ लाख रुपये उनके पास है तो दूसरा जाने के लिए लिक मार्ग क्यों चुना के जवाब से जुड़ा हुआ था। डा. अरुण सिंह ने बताया कि जब इस मामले पर पूछताछ की तो सामने आया कि जगतार के मामा ने उन्हें घर पर चाय पीने बुलाया था। बाद की पूछताछ से यह सामने आया कि आरोपित मुख्य मार्ग पर वारदात नहीं कर पाते इसलिए बहाने से उसे लिक मार्ग से भेजना चाहते थे ताकि वारदात कर पाए। उन्होंने यह भी बताया कि लूटी गई पूरी राशि बरामद कर ली है।

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