दोस्त और परिचित बनकर ठगते थे रकम, नूहं के तीन आरोपित गिरफ्तार

आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने दोस्त और परिचित बनकर लोगों से रुपये ठगने वाले गिरोह के तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 08:10 AM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 08:10 AM (IST)
दोस्त और परिचित बनकर ठगते थे रकम, नूहं के तीन आरोपित गिरफ्तार
दोस्त और परिचित बनकर ठगते थे रकम, नूहं के तीन आरोपित गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, रोहतक : आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने दोस्त और परिचित बनकर लोगों से रुपये ठगने वाले गिरोह के तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों से पूछताछ के बाद कई मामलों का पर्दाफाश हुआ है। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।

आर्थिक अपराध शाखा के प्रभारी नरेश कुमार ने बताया कि 23 दिसंबर को सुखपुरा चौक निवासी सियाराम ने सिटी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बताया था कि सियाराम के पास अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। जिसने कहा कि वह उसके गांव का दोस्त भगवानदास बोल रहा है। सियाराम को रुपये वापस करने के बहाने से उसका गुगल-पे नंबर मांगा। जिस पर सियाराम ने उसे अपने बेटे प्रदीप का नंबर दे दिया। इसके बाद प्रदीप ने अपने दोस्त भिवानी जिले के बजिणा गांव निवासी सुनील का नंबर ठग को दे दिया। आरोपित ने सुनील के वाट्सएप नंबर पर कोड भेजा, जिसके स्कैन करते ही खाते से करीब 47 हजार रुपये निकाल लिए गए। एसपी के निर्देश पर मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को दी गई। जिसके बाद नूहं जिले के नहेदा गांव निवासी वसीम, चांदन गांव निवासी कासिम और हथन गांव निवासी शाहरूख को गिरफ्तार कर लिया।

इस तरह बनाते थे शिकार

आरोपित सबसे पहले किसी भी एक नंबर को सर्च कर लेते थे। एक-दो बार उसके पास कॉल करते और फिर गलत नंबर बताकर काट देते थे। फोन रिसीव करने वाले की बातचीत से वह समझ जाते थे कि यह गांव का रहने वाला है या फिर शहरी। कुछ दिन बाद फिर से उसी व्यक्ति को कॉल करते थे और दोस्त या जानकार बताकर गुगल-पे या अन्य जानकारी मांग लेते थे।

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